जमशेदपुर, 22 मार्च : जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष में परिषद के 56 में प्रकाशन सुरेश कांटक द्वारा रचित भोजपुरी नाटक संग्रह दरद न जाने कोय का लोकार्पण किया गया. इस दौरान बासंती काव्य संध्या का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कन्हैया सिंह सदय, संचालन प्रधान सचिव डॉक्टर अजय ओझा ने किया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि तुलसी भवन के उपाध्यक्ष प्रसेनजीत उपस्थित थे. इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य परिषद के उपाध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी अशेष, सरस्वती वंदना माधवी उपाध्याय, रचनाकार का परिचय वीणा पांडे भारती तथा लोकार्पित पुस्तक पर समीक्षात्मक टिप्पणी कन्हैया सिंह सदय द्वारा किया गया. दूसरे सत्र में बासंती काव्य का आयोजन किया गया जिसमें कवियों ने गीत कविता प्रस्तुत कर माहौल को रंगीन बना दिया. इस अवसर पर मुख्य रूप से सुनील, विजय कुमार श्रीवास्तव, सुष्मिता मिश्रा, डॉ उदय हयात, शीतल प्रसाद दुबे, शकुंतला शर्मा, बलविंदर सिंह, उषा झा, हरिहर राय चौहान, कवलेश्वर पांड,े ममता सिंह, कैलाश नाथ शर्मा गाजीपुरी, विक्रमा सिंह, रितेश तिवारी, किशोरी सिंह आदि उपस्थित थे.