टाटा स्टील में मेडिकल एक्सटेंशन बंद कराने, डीए फ्रीज कराने में सभी पदाधिकारी जिम्मेदार: भास्कर राव

कर्मचारियों को हो रहा लाखों रुपये का नुकसान
जमशेदपुर, 6 जनवरी (रिपोर्टर): टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी सदस्य भास्कर राव ने कहा कि जब चुनाव करानेे की तैयारी शुरू हो गई है तो पक्ष विपक्ष बन कर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है. कर्मचारियों का मेडिकल एक्सटेंशन बंद कराने, डीए फ्रीज कराने के समझौता पत्र पर यूनियन के 11 पदाधिकारियों ने हस्ताक्ष्र किए हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोग कर्मचारियों को नुकसान कराने के लिए जिम्मेदार हैं.
भास्कर राव ने कहा कि आने वाले चुनाव में यूनियन के सदस्यों को काफी सोच समझ कर निर्णय लेने की जरूरत है. पिछले तीन वर्षों में यूनियन के सभी पदाधिकारियों ने मिलजुल कर कर्मचारियों का नुकसान किया. सभी समझौते पर मिल कर हस्ताक्षर किया और हर कर्मचारी का लाखों का नुकसान किया. चाहे वह कर्मचारियों को मिल रहे एक वष का मेडिकल एक्सटेंशन बन्द करना हो ,डी ए फ्रिज करना हो, एन एस ग्रेड के कर्मचारियों का नुकसान करना हो. सभी समझौतता पत्र पर यूनियन के 11 पदाधिकारियों ने मिलकर हस्ताक्षर किया. उन्होंने सवाल किया कि उस वक्त किसी ने इस समझौते का विरोध क्यों नहीं किया. आज अलग अलग खेमों में बंट कर पक्ष और विपक्ष बनने का नाटक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग मजदूरों की समस्याओं पर कोई बात नहीं कर रहे हैं सिर्फ दो गिरोह बना कर कमिटी सदस्यों को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों टीम के लोग इन समझौतों पर अपनी राय नहीं रख रहे हैं सिर्फ मुद्दों को डाइवर्ट करने का प्रयास कर रहे हैं. ये सब लोग किसी तरह सत्ता हासिल कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे मजदूर विरोधी नेताओं को पहचान लें व आने वाले चुनाव में सबक सिखायें.
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मजदूर यूनियन में कोई विपक्ष नहीं होता: सुबोध श्रीवास्तव
टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी सदस्य सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि मजदूर यूनियन को कोई सत्ता पक्ष व विपक्ष नहीं होता हे. मजदूरों को समझने की जरूरत है. उन्होंने चुनाव जल्दबाजी कराने पर सवाल किया.
टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव की अधिकारिक घोषणा के बाद तटस्थ कमेटी सदस्यों की बिष्टुपुर में बैठक हुई. बैठक में मजदूरों व चुने जाने वाले कमेटी सदस्यों से अनुरोध किया गया है मजदूर और कमेटी सदस्य योग्य और क्षमता वाले प्रतिनिधि चुने. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सत्ताधारी खेमा और कथित विपक्षी खेमा एक ही है. मजदूरों की सुविधा कटौती वाले समझते पर सभी ने हस्ताक्षर किए हैं फिर ऐन चुनाव के वक्त वे विपक्षी खेमे के कैसे हो गए. सब आपस में फिर से सत्ता में आने के लिए आपस में मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष को चुनाव में इतनी जल्दबाजी क्यों है. फरवरी में आराम से चुनाव कराए क्या सत्ता पक्ष अदृश्य शक्ति के इशारे पर काम कर रहा है. इस कारण आनन फानन में चुनाव कराने के लिए परेशान हैं.

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चुनाव के लिए कमेटी सदस्यों की अनुमति लेना नाटक: सरोज सिंह
टाटा स्टील के ट्यूब डिवीजन के कमेटी सदस्य सरोज सिंह ने कहा कि चुनाव कराने के लिए कमेटी मीटिंंग बुलाकर कमेटी सदस्यों ने सहमति लेना एक नाटक हैं. यूनियन नेतृत्व जो चाह रहा वैसे करते आ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने वाले कितने समझौते हुए. कमेटी सदस्यों को बुला कर क्यों नहीं बताया जाता था. यूनियन नेतृत्व को कमेटी मीटिंंग बुलाने की याद क्यों नहीं आती थी. उन्होंने कहा कि आज कमेटी मीटिंग बुला कर नाटक कर रहे.

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