चांडिल : झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति चांडिल इकाई ने रविवार को ईचागढ़ के विधायक सविता महतो को ज्ञापन सौंपा. समिति द्वारा मांगपत्र के माध्यम से विधायक को विधानसभा के मानसून सत्र में 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, उद्योग नीति एवं विस्थापन नीति को लागू करने तथा मैट्रिक इंटर पास, बिना खतियान का जमीन रजिस्ट्री के विरोध में चर्चा करने का आग्रह किया. पत्र में आगे लिखा गया है कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र खनिज संपदा से परिपूर्ण होने के बाबजूद यहां के लोग लाभ से वंचित है. चांडिल डैम के 116 गांव के विस्थापितों को अपना सम्पूर्ण अधिकार नहीं मिल पाया है. झारखंड सरकार के तरफ से कौशल विकास के तरफ से दी गई नियुक्तियों में ईचागढ़ विधानसभा के युवाओं को लाभ नहीं मिल पाया. चांडिल में 23 जुलाई को उदघाटन हुए व्यवहार न्यायालय में रोजगार का अवसर है पर अभी तक कोई नियुक्ति विज्ञापन नहीं आया है. पत्र में तरुण महतो, राजेश महतो, नखाई लोहरा, श्रीपति पुराण, बीरेंद्र नाथ महतो, दिलीप कुमार गोप, मनोज प्रमाणिक, इंद्रजीत महतो, अश्विनी महतो, सोमनाथ मुखर्जी, बादल पुराण, नकुल महतो, रूपेश कुमार बनर्जी, नकुल चंद्र गोप, शंकर महतो, राकेश रंजन महतो आदि का हस्ताक्षर है.