सामाजिक मुद्दों पर हुई चर्चा, शाम को बादल, पौशाली व सुरोजित ने बांधा समां
इतिहास आधारित भाषा है बंगला : विद्युत महतो
जमशेदपुर, 19 मार्च (रिपोर्टर) : बंग उत्सव समिति की ओर से आज बिस्टुपुर गोपाल मैदान में बंगला भाषा-भाषियों का महजुटान हुआ, जिसे उन्होंने बंग उत्सव के रूप में मनाया. इसके विधिवत उद्घाटन के बाद दिनभर अनेकों तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसमें जमशेदपुर सहित अन्य जिला व शहर से आये हुए प्रतिभागियों ने भाग लिया. इस दौरान नृत्य संगीत का दौर देर शाम तक चलता रहा. शाम को मानभूम पुरुलिया से आये लोक कलाकार बादल पाल ने बाउल व क्षेत्रीय गीत-संगीत का ऐसा समा बांधा कि लोग कुर्सी से चिपके रहे. उनके साथ पुरुलिया का छउ नृत्य भी लोगों को खूब मनोरंजन किया. इसके बाद बंगाल की मशहूर कलाकार पौशाली बनर्जी तथा सुरोजित एंड टीम ने कर्णप्रिय कई गीत प्रस्तुत किया. उनकी गीतों पर लोग जमकर झूमे. समारोह में कोल्हान सहित आसपास के राज्य से भी लोगों ने शिरकत की. बंग उत्सव के प्रथम पाली में समारोह का उद्घाटन सांसद विद्युत वरण महतो ने किया. उनके साथ बतौर अतिथि सुभाष सांस्कृतिक परिषद सहित कई संस्था से जुड़े समाजसेवी शेखर डे, बंग उत्सव समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता तथा बंगाल क्लब के तापस मित्रा ने किया.
सांसद ने अपने संबोधन में कहा कि लौहनगरी एक मिनी भारत है, जहां सभी समुदाय के लोग निवास करते हैं. उन्होंने कहा कि बंगला इतिहास आधारित भाषा है, हम सभी ने इसी भाषा में वर्ग प्रथम से दसवीं तक की शिक्षा ग्रहण की, लेकिन दु:ख का विषय है कि जैसे ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरु हुई, हमें अन्य भाषा में पढऩे को मजबूर किया गया. इसलिये हमारे पूर्वजों ने विरासत के रुप में हमें जो भाषा, संस्कृति व परंपरा देकर गये हैं, उसके बचाए रखने के लिये हमें सचेत रहने की जरुरत है, ताकि इसमें किसी तरह की व्यवधान या आघात न पहुंचे. बंगला भाषा हमेशा से ही अनुकरणीय रहा है. हम सभी को इसके संरक्षण के लिये एक तिथि का चुनाव कर हर वर्ष ऐसा आयोजन करना चाहिये, ताकि आनेवाली पीढ़ी इसका महत्व जान सके. कार्यक्रम को सफल बनाने में कोल्हान के सभी संस्था व सैकड़ों सदस्यों का सहयोग रहा.
एक माह बाद होगी आयोजन की समीक्षा : गुप्ता
बंग उत्सव समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने कहा कि समाज के लोगों को एकजुट करने एवं उनके समक्ष उत्पन्न समस्याओं के निदान हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोल्हान के बंगभाषियों को यह मंच प्रदान किया गया, जिसमें बंगभाषियों का खानपान, संस्कृति आदि को दर्शया. इस दौरान संगठन की ओर से मातृभाषा की रक्षा, पठन-पाठन में आ रही दिक्कतें, शिक्षकों की कमी आदि पर भी विचार विमर्श किया गया. उन्होंने बताया कि एक माह बाद चिंतन शिविर आयोजित कर कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी, जिसमें गांव में बनी कमिटी के प्रमुख शामिल होकर बेहतरी के लिये सुझाव देंगे.
सामाजिक संस्थाओं का स्टॉल रहा आकर्षण
बंग उत्सव के मौके पर कई सामाजिक संस्थाओं ने अपना स्टॉल लगाकर लोगों के बीच अपनी सेवा की. इसमें जुगसलाई दुर्गाबाड़ी ट्रस्ट, शिक्षा समिति, सबुज कल्याण संघ, निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन, द इवनिंग क्लब, अमल संघ, सिंहभूम बंगियो एसोसिएशन, मिलानी, बंगाल क्लब, बंग बंधु, विवेकानंद मिलन संघ, प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन, गौरी कुंज, नेताजी मिलन संघ, सुभाषचंद्र मिलन संघ, न्यू फॉर्म एरिया दुर्गापूजा कमिटी, बंधन, माताजी मंदिर पोटका सहित लगभग चार दर्जन संस्था शामिल है. इस दौरान कई फूड स्टॉल भी लगाये गये थे.
आगंतुकों के लिये थी बेहतर व्यवस्था
इस दौरान पूरे गोपाल मैदान परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. पर्याप्त संख्या में वॉलिंटियर्स की मौजूदगी थी, आगंतुकों का ध्यान रखते हुए पेयजल की व्यवस्था, पार्किंग को सुव्यवस्थित करना, पूरे गोपाल मैदान परिसर में सीसीटीवी की पैनी नजर से निगरानी, प्राथमिक सहायता केंद्र एंबुलेंस के साथ मौजूदगी, पर्याप्त मात्रा में अग्निशमन यंत्र, फायर टेंडर आदि की भी सुविधा थी.
बन्ना व डा. अजय भी पहुंचे
समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता तथा पूर्व सांसद डा. अजय कुमार भी पहुंचे व आयोजन की सराहना की. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बंगभाषियों की जो भी समस्या है, वे उन्हें अवगत कराएं. निश्चित रुप से विधानसभा में उठाया जाएगा तथा उसे दूर करने की हरसंभव कोशिश होगी.
हामके भूले जा रे पागला जोनोमेर मोतोन…
शहर में पहली बार बंगभाषियों के लिए ऐसा भव्य आयोजन किया, जिसमें सुबह से रात तक बंगभाषी झूमते रहे. उद्घाटन सत्र के बाद झाडग़्राम से आए लोकगायक बादल पाल ने अपनी टीम के साथ जबरदस्त प्रदर्शन किया. बादल पाल ने कहा कि आजकल प्यार की परिभाषा ही बदल गई है. कब कौन किसका साथ छोड़ कर चला जाएगा, कहना मुश्किल है.
बिष्टुपुर गोपाल मैदान में बंग उत्सव समिति द्वारा आयोजित ‘बंग उत्सव’ में सम्मानित अतिथि के रूप में समाजसेवी मनोज सरकार, तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बाप्पा मजुमदार, आदित्यपुर नगर निगम अध्यक्ष के पूर्व प्रत्याशी उत्तम पात्रो, बाबू तांती, बाबु मछुआ, मलय घोष, दिलीप कर्मकार सहित अन्य उपस्थित हुए.