जमशेदपुर, बाबूलाल मरांडी भारतीय जनता पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष बनाये जा सकते हैं। इस बात की चर्चा है कि जल्द ही उनको इस जिम्मेदारी से नवाजा जा सकता है। विदित हो कि 2019 विधान सभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद झाविमो का भाजपा में विलय के कराया गया और श्री मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। लेकिन उनकी सदस्यता का मामला विधान सभा अध्यक्ष के पास लंबित होने के कारण उनके इस पद की मान्यता नहीं मिली।इस बात की कयास लगाये जा रहे हैं कि पार्टी अब उनको संगठन की जिम्मेदारी सौंपकर अगले विधान सभा चुनाव के पूर्व एक बड़ा दाव खेल सकती हैं।श्री मरांडी प्रदेश के पहले मुख्य मंत्री थे और इनकी पृष्ठभूमि आरएसएस की रही है। बाद में पार्टी छोडक़र जाने से श्री मरांडी के औरा पर प्रभाव पड़ा। अब बीजेपी उनको संगठन में लाने की तैयारी में है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को बदले जाने के कयास लगाये जा रहे हैं।
भाजपा मानकर चल रही है कि अगले चुनाव में किसी आदिवासी को बड़ी जिम्मेदारी दिया जाना वोटरों के बीच एक संदेश देगा। अलग राज्य गठन के समय से ही भाजपा आदिवासी और गैरआदिवासी के बीच समन्वय बनाती रही है। प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता पद पर आदिवासी और गैरआदिवासी का समन्वय बनाया जाता रहा है। पिछले चार साल से कोई आदिवासी किसी ऐसे बड़े पद पर नहीं है दूसरी ओर मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन लगातार आदिवासी और स्थानीय कार्ड खेलते रहे हैं जिससे भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है। इसी कारण बाबूलाल मरांडी को बड़़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।