डुमरिया-आखिर क्यों वापस ले लिये गया आंगनबाड़ी सेविका का नियुक्तिपत्र

ग्रामप्रधान कामेश्वर मुर्मू के साथ ग्रामीणों ने सीडीपीओ कार्यालय पर पहुंच जाताया आक्रोश

डुमरिया 3 नवंबर: डुमरिया प्रखण्ड के कोटाशोल पंचयत के गांव बारेडीह में कल मंगलवार को आंगनबाड़ी सेविका के पद पर नियुक्ति हेतु ग्राम प्रधान कामेश्वर मुर्मू की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई थी। ग्रामसभा में सारी प्रक्रिया के तहत कार्यवाही हुई। अंतत: प्रभारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रामनरेश सोनी एवं बीडीओ साधुचरण देवगम की उपस्थिति में ग्रामप्रधान द्वारा गीता तिरिया बागी को नियुक्ति पत्र भी सौंपा गया। लेकिन कुछ समय के बाद ही प्रभारी सीडीपीओ द्वारा नियुक्ति पत्र को वापस ले लिया। इसके विरोध में आज ग्राम प्रधान कामेश्वर मुर्मू की अगुवाई में गांव के दर्जनों महिला पुरुष सीडीपीओ कार्यालय पहुंचे तथा आक्रोश जताया।
ग्रामसभा में सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक अधिकारी द्वारा यह तरह का बर्ताव को ग्रामीण मनमानी बता रहे है। ग्राम प्रधान कामेश्वर मुर्मू गंगाराम सुंडी, सुरेन्द्र नाथ मुर्मू, अर्जुन सिंह बारी, शांखो मुर्मू, रामेश्वर मुर्मू,लादुरा सुण्डी, छोटराय मांझी, विराम देवगम, गुरूबारी हो, गुलिया सरकार सोरेन समेत ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका चयन मामले में जब सब कुछ एक पदाधिकारी में उपस्थिति हुआ इसके वाद नियुक्ति पत्र सौंपकर वापस ले लेना कई सवाल खड़ा कर रही है। इधर जब प्रभारी सीडीपीओ से इस बावत पूछा गया तो बताया कि गीता तिरिया को जो कागजात सह प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया था उसमें उनका पता पश्चिम सिंहभूम का है। बारेडीह के होने का कोई प्रमाण पत्र नहीं था। जिसके कारण नियुक्ति पत्र वापस ले लिया। साथ ही आज पहुंचे ग्रामप्रधान कामेश्वर मुर्मू की अगुवाई में ग्रामीणों ने साफ कह दिया है कि यह ग्रामसभा को फिलहाल निरस्त कर दी गई है एवं गीता तिरिया बारी को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह बारेडीह गांव का प्रमाण पत्र लाए इसके बाद फिर से आम सभा कराई जाएगी।

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