रांची,ईडी की प्रभारी कोर्ट में कोलकाता के व्यवसाई अमित अग्रवाल को आज पेश किया गया। ईडी को अमित अग्रवाल से पूछताछ के लिए 7 दिन की रिमांड मिली है। ईडी ने 14 दिन के रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दाखिल किया था, लेकिन अदालत ने मात्र 7 दिन की रिमांड दी है। बता दें कि व्यवसाई अमित अग्रवाल पर जाल बिछाकर झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तारी करवाने का आरोप है। इसी मामले में ईडी ने कोलकाता से अमित अग्रवाल को कल यानी शुक्रवार को गिरफ्तार किया है।
31 जुलाई को अधिवक्ता राजीव कुमार की हुई थी गिरफ्तारी
कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में अमित अग्रवाल ने अधिवक्ता राजीव कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसने दावा किया था कि एक जनहित याचिका मैनेज करने के नाम पर अधिवक्ता ने उनसे एक करोड़ रुपये की मांग की थी। पहली किश्त में 50 लाख रुपये लेने कोलकाता गए थे। अमित अग्रवाल ने दावा किया था कि अधिवक्ता राजीव कुमार 50 लाख रुपये ले ही रहे थे कि उन्होंने कोलकाता पुलिस के साथ मिलकर गत 31 जुलाई को उनकी गिरफ्तारी करवाई थी।
ईडी के रडार पर झारखंड व बंगाल के दो-दो पुलिस अधिकारी
बताया जा रहा है कि ईडी के रडार पर झारखंड के दो व बंगाल पुलिस के दो अधिकारी भी हैं, जिनपर अमित अग्रवाल के साथ मिलकर अधिवक्ता राजीव कुमार के विरुद्ध साजिश रचने का संदेह है। अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान ईडी को भारी मात्रा में अवैध तरीके से रुपयों के लेन-देन की जानकारी मिली।
बता दें कि शुक्रवार को ईडी ने अमित अग्रवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था. पूछताछ के बाद ईडी ने शुक्रवार शाम को अमित अग्रवाल को आधिकारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया. अमित अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अन्य लोगों के खिलाफ शेल कंपनी व अवैध खनन से जुड़ी याचिका को मैनेज करने के नाम पर राजीव कुमार के साथ एक करोड़ रुपए की मांग की थी जिसकी पहली किस्त के रूप में 50 लाख रुपए लेते समय अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस ने गत 31 जुलाई को एक मॉल से गिरफ्तार किया था. राजीव कुमार फिलहाल ईडी की न्यायिक हिरासत में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार,होटवार में बंद हैं.