काबुल से 148 भारतीयों को लेकर ग्लोबमास्टर सी-17 उड़ान भरने के बाद भारत पहुंचा। इन 148 लोगों में भारतीय दूतावास के अधिकारी, दूतावास के सुरक्षा कर्मी और कुछ पत्रकार शामिल हैं। इस विमान ने भारत की सीमा में एंट्री के बाद जामनगर में लैंडिंग की। भारतीय वायुसेना का सी-17 परिवहन विमान सोमवार को अफगानिस्तान से कुछ कर्मियों को लेकर भारत लौटा था और मंगलवार को दूसरा विमान आज भारत पहुंचा। भारतीय अधिकारियों को निकालने का ये मिशन इतना आसान नहीं था लेकिन अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी को लेकर भारत ने अमेरिका से भी बात की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से बात की। दोनों के बीच काबुल में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई।
अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से की चर्चा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अजीत डोभाल ने अमेरिका के एनएसए के साथ लंबी बातचीत की और काबुल में आ रही परेशानी को लेकर चर्चा की। दोनों अधिकारियों की इस बातचीत के बाद काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना द्वारा बनाए गए सेफ जोन में भारतीय अधिकारियों और अन्य लोगों को प्रवेश मिला। काबुल एयरपोर्ट अभी अमेरिकी कंट्रोल में है इसलिए वहां से भारतीयों की वापसी पर अमेरिका का भी एक बड़ा रोल है।
विदेश मंत्री भी अमेरिकी समकक्ष से कर चुके हैं बात
इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंचनी ब्लिंकन से अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर चर्चा की। जयशंकर ने एंटनी ब्लिंकन के साथ अफगानिस्तान के वर्तमान हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि हमने काबुल एयरपोर्ट का संचालन बहाल करने की अत्यधिक आवश्यकता पर जोर दिया। हम इस संबंध में अमेरिकी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं।