new delhi 17 june
नरेंद्र मोदी सरकार की लाई सेना भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना को लेकर जिन राज्यों में विरोध की आंच और आग तेज दिखी, वहां के 60 फीसदी नौजवान सेना भर्ती में कामयाब रहे हैं। यह बात भारतीय सैन्य बलों में साल 2018-19 और 2019-20 के भर्ती से जुड़े आंकड़ों से पता चलती है।
अग्निपथ से जुड़े प्रदर्शन प्रभावित 11 सूबों + एक यूटी (बिहार, हरियाणा, दिल्ली, तेलंगाना, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, यूपी, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और असम) की बात करें तो बड़ी और घनी आबादी वाले उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक फौजी बने।
संसद में इस साल केंद्रीय रक्षा मंत्रालय की ओर साझा किए गए डेटा के मुताबिक, 2018-19 में कुल 53,431 भर्तियां हुई थीं और 2019-20 में 80,572 लोग रखे गए। टेबल की मदद से समझिए कि कहां से किस साल में कितने फौजी बने:
राज्य का नाम 2018-19 2019-20
बिहार 2199 4559
हरियाणा 3210 5097
दिल्ली 167 337
तेलंगाना 693 1445
जम्मू और कश्मीर 3672 3796
मध्य प्रदेश 1570 3103
राजस्थान 4172 6887
असम 631 1152
झारखंड 663 985
यूपी 6322 8425
उत्तराखंड 3222 4366
पश्चिम बंगाल 1471 3166
दरअसल, मौजूदा समय में जिन सूबों और केंद्र शासित प्रदेशों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, उनमें यूपी, हरियाणा, बिहार और राजस्थान ऐसे राज्य हैं जहां से सेना में अधिक संख्या में युवाओं की भर्ती होती है। फिलहाल इन सारे सूबों में प्रदर्शन की आग सर्वाधिक बिहार में भड़कती दिखी है। वहीं सबसे अधिक हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी और उपद्रव देखने को मिला।