गम्हरिया।
आदित्यपुर का बहुचर्चित मंगलम सिटी पर अंततः जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यह अपार्टमेंट बहुचर्चित बिल्डर सौरव अग्रवाल का है। उन पर यह भी आरोप है कि मंगलम सिटी का रास्ता भी वन विभाग की जमीन पर है। गुरुवार को जिला प्रशासन के आदेश पर सीओ मनोज कुमार ने अब तक की बड़ी कार्रवाई करते हुए सौरव अग्रवाल के सरकारी भूमि पर बने मुख्य गेट, बाउंड्रीवाल समेत अन्य निर्माण कार्य को ध्वस्त करा दिया। इस पूरी कार्रवाई में सीआई मनोज कुमार ने अहम भूमिका निभाई। अतिक्रमण हटाने के दौरान अपार्टमेंट की महिलाओं एवं निवासियों ने जमकर हंगामा किया। सीआई के सामने जब एक नहीं चली तो सभी अंचल कार्यालय पहुंच कर सीओ से अतिक्रमण रोकने का दबाव बनाया। किंतु सीओ ने भी उच्चाधिकारियों का हवाला देते हुए लोगों को सरकारी काम में बाधा उत्पन्न नहीं करने की अपील की। इधर, टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर गम्हरिया के बिक्को मोड़ के समीप स्थित मंगलम सिटी का मुख्य गेट और बाउंड्री वॉल को गुरुवार को अंचल प्रशासन द्वारा कब्जा मुक्त कराया गया। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी अंचल निरीक्षक मनोज कुमार सिंह की उपस्थिति में बुल्डोजर से मंगलम सिटी पर यह कार्रवाई की गई। इस दौरान कुल 2.03 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। बताया गया है कि इससे पूर्व गम्हरिया अंचल कार्यालय की ओर से बिल्डर को नोटिस देकर उक्त भूखंड को खाली करने का निर्देश दिया गया था। इसके बावजूद मेसर्स मंगलम अपार्टमेंट के बिल्डर द्वारा भूखंड पर कब्जा जारी रखा गया था। उसके बाद अंचलाधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए गुरुवार को यह कार्रवाई की। विदित है कि यह सोसायटी मंगलम डेवलपर्स एंड प्रमोटर्स के बिल्डर सौरभ अग्रवाल द्वारा निर्माण कराया गया है जिसमें सैकड़ों आवासीय परिसर हैं। बिल्डर द्वारा फर्जी तरीके से सरकारी तालाब का अतिक्रमण कर लिया गया है। विगत कई वर्षों से आसपास के ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध किया जाता रहा है। इस बावत कई बार बस्तीवासियों द्वारा गम्हरिया के अंचलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उक्त भूखंड को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की गई थी जिसपर संज्ञान लेते हुए अंचलाधिकारी मनोज कुमार द्वारा यह कार्रवाई की गई। इस दौरान आदित्यपुर थाना प्रभारी राजेन कुमार पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के साथ मुस्तैद रहे।