जमशेदपुर 10 अगस्त संवाददाता सिखों की सर्वोच्च धार्मिक पीठ तख्त श्री हरमंदिर साहिब के जत्थेदार गिआनी रंजीत सिंह गौहर ए मसकीन ने सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे पर पंथीक कार्रवाई करते हुए पांच सदस्य संचालन समिति का गठन किया है संचालन समिति में झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, tinplate गुरुद्वारा के महामंत्री सुरजीत सिंह खुशीपुर और सेंट्रल सिख नौजवान सभा के पूर्व प्रधान सत्येंद्र सिंह रोमी को जिम्मेदारी दी है कि जब तक गुरुमुख सिंह मुखे गुरुचरण सिंह बिल्ला पर हुई फायरिंग के मामले बरी नहीं हो जाते और सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव नहीं हो जाता तब तक के लिए गठित की गई संचालन समिति सीजीपीसी का कार्यभार देखेगी । इस आशय का पत्र तख्त श्री हरमंदिर साहिब के जत्थेदार के द्वारा जिला उपायुक्त सूरज कुमार और वरीय पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एम तमिलवानन सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट एसडीओ और गठित की गई टीम के पांच मेंबरी कमेटी को भी भेजा गया उन्होंने भेजे पत्र में आगरा किया है कि उनके आदेश का जिला प्रशासन पालन कराए और साथ ही गुरमुख सिंह मुखे से भी आग्रह किया है वे पंथिक फैसले को मानते हुए सीजीपीसी के प्रधान पद को छोड़ दें और एक मिसाल कायम करें इस संबंध में उनके द्वारा जो पत्र जारी किया गया है उसमें उन्होंने लिखा है कि पूर्वी भारत क्षेत्र का जत्थेदार हैं धार्मिक समजिक पंथी फैसले दिए जाते हैं पिछले दिनों गुरुचरण सिंह बिल्ला पर तब गोली चलाई गई थी जब वह माथा टेकने गुरुद्वारा साहिब जा रहे थे इस मामले में जिला पुलिस में साक्ष्य के आधार पर उस वक्त सीजीपीसी के प्रधान के पद पर विराजमान मुखे को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.