Sindri( Dhanbad),10 Jan: सिंदरी फ़र्टिलाइज़र परिसर में हाथी का दांत साबित हो रहे विशाल अनुपयुक्त पड़े अस्पताल भवन को चालू करने की सिंदरी फैमिली की मांग और प्रयासों की अनदेखी आज HURL प्रबंधन और उर्वरक मंत्रालय को भारी पड़ी जब निर्माणाधीन कारखाने में दुर्घटना होने के बाद ज़ख्मी मज़दूरों को इलाज के लिए धनबाद ले जाना पड़ा ।
HURLके इस निर्माणधीन खाद कारखाना में आज दो मजदूर झुलस गए . Sub station में मेंटेनेंस का कार्य कर रहे मिराज कंपनी के दो मजदूर बिजली प्रवाह की चपेट में आ गए जिससे वे बुरी तरह झुलस गए। दोनों मजदूरों की हालत गंभीर है. आननफानन में दोनों को एंबुलेंस से धनबाद बेहतर इलाज के लिए भेजना पड़ा,क्योंकि यहां इलाज की कोई समुचित व्यवस्था नहीं थी। घटना आज सुबह लगभग 10-11 बजे हुई। बताया जाता है कि पावर प्लांट का ट्रायल चल रहा है. प्राकृतिक गैस आधारित 28.5 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट का निर्माण हुआ है. हर्ल उर्वरक संयंत्र के लिए आवश्यक ऊर्जा इसी कैप्टिव पावर प्लांट से प्रस्तावित है। आश्चर्य है इतने बड़े कारखाने के लिए अस्पताल और इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। उक्त दुर्घटना में जले मज़दूरों के लिए धनबाद में भी कहीं बर्न यूनिट नहीं है।
दुर्घटना में ज़ख्मी मज़दूर
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सिंदरी में इस कारखाने के अलावे एक बड़ी आबादी बिना अस्पताल के जीवन गुजार रही है। यहां झारखंड का अपना एकमात्र सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज BIT के साथ पास में बलियापुर, चासनाला तक कोई समुचित व्यवस्था वाला सार्वजनिक अस्पताल नहीं है जबकि FCI और PDIL के जमाने मे सिंदरी में भव्य अस्पताल था। आज यह भावन्यून ही बेकार पड़ा हुआ है। इसे चालू करने और आवश्यक प्रबंध के लिए सांसद पी एन सिंह उर्वरक मंत्रालय से अनेक पत्राचार कर चुके हैं तत्कालीन धनबाद ज़िला उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया। इस महत्वपूर्ण अनिवार्यता वाली सुविधा पर HURL और उर्वरक मंत्रालय की अनदेखी डॉ मनसुख मंडविया जैसे dynamic मंत्री और नरेंद्र मोदी जैसे जनसुविधा प्रेमी प्रधानमंत्री के होते और भाजपा समर्थक क्षेत्र होने के बावजूद समझ मे नही आती।
फर्टीलाइजर फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन ने कहा लापरवाही का नतीजा
फर्टीलाइजर फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन, सिन्दरी के प्रतिनिधि अजय कुमार ने इस दुर्घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा HURL)द्वारा निर्माणाधीन खाद कारखाना में कामगारों के झुलसने की खबर दुखदायी है। उन्होंने सवाल किया क्या कार्य स्थल पर सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है जो किसी न किसी प्रकार बार बार दुर्घटना हो रही है। क्या मौजूद कार्य के अनुरूप दक्ष अभियंता नहीं हैं जिनकी देखरेख के अभाव में ऐसे दुर्घटना घटी ?क्या पेटिकॉन्ट्रेक्टर के भरोसे चल रहा है सभी कार्य ? उन्होंने मांग की दुर्घटना कैसे हुई इसकी निष्पक्ष जांच हो,जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाय , जाँच दल में जिला प्रशासन के उच्च पदाधिकारी को शामिल किया
जाय,दुर्घटना ग्रस्त कामगारों को सही इलाज व मुआवजा राशि दी जाय और जिम्मेदार कर्मियों दण्डित की जाय तथा सिंदरी में खाद कारखाने के अपने अस्पताल को चालू किया जाय।