साहित्य समिति , तुलसी भवन द्वारा शारदीय नवरात्र की पूर्व संध्या पर “आगमनी गीत संध्या ” का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता संस्थान के न्यासी अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति की उपाध्यक्ष डाॅ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने किया । मानद महासचिव प्रसेनजित तिवारी ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया ।
इसके बाद उपस्थित रचनाकारों द्वारा माता जी के विभिन्न भाषाओं में यथा हिन्दी, भोजपुरी,बंगला, मैथिली, मगही एवं नेपाली में पारंपरिक एवं स्वरचित भजन तथा नृत्य प्रस्तुत किये गये । भजन प्रस्तुत करनेवालों में प्रमुख रहे अश्रिता, शिव कुमार झा, विन्ध्यवासिनी तिवारी, आकृति तिवारी, संगीता मिश्रा, विनय कुमार श्रीवास्तव, शैलेन्द्र पाण्डेय ‘शैल’, अनिता निधि, बसंत जमशेदपुरी, निवेदिता श्रीवास्तव, मेहा मिश्रा, सुनिता बेदी, नीलिमा पाण्डेय,उषा झा,क्षमाश्री दूबे,भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’,उमा पाण्डेय, जितेश तिवारी, आरती श्रीवास्तव, डाॅ. संजय पाठक ‘सनेही’, ब्रजेद्र नाथ मिश्र, विमल किशोर ‘विमल’, राजेन्द्र साह ‘राज’, कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, प्रियंका कुमारी, यमुना तिवारी ‘व्यथित’ , माधवी उपाध्याय , वीणा पाण्डेय ‘भारती’ एवं अरुण कुमार तिवारी । मौके पर श्रीमती नीता सागर चौधरी ने बंगला में माँ दुर्गा को समर्पित एक भाव नृत्य प्रस्तुत किया ।
कार्यक्रम में साहित्य समिति के सचिव डाॅ. अजय कुमार ओझा, अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन ( झारखंड इकाई) की महामंत्री डाॅ. संध्या सिन्हा के अलावे अन्य लोगों की उपस्थिति सराहनीय रही ।
साहित्य समिति की सदस्य एवं कार्यक्रम संयोजिका माधवी उपाध्याय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया ।