14 फरवरी से ठीकेदार का धरना
कंपनी प्रबंधन की हर चाल खुद के लिए भारी पड़ रहा है
चाईबासा कार्यालय, 12 फरवरी: ए सी सी सीमेंट कंपनी झींकपानी में औद्योगिक अशांति थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कंपनी द्वारा वर्षों से कार्यरत ठीकेदार बदलने का निर्णय अब कंपनी प्रबंधन के लिए भारी पर रहा है। ए सी सी कंपनी प्रबंधन ने अपने ठीकेदार में एस एन इंटरप्राईजेज पर जी एस टी राशि बकाया रखने सहित कई अन्य आरोप लगाते हुए पुराने ठीकेदार को हटा कर नये ठीकेदार को नियुक्त कर लिया। लेकिन मजदूरों ने नये ठीकेदार के साथ काम करने से इंकार करते हुए पुराने ठीकेदार को ही बनाये रखने की मांग की थी। आज पुराने ठीकेदार में एस एन इन्टरप्राइजेज के सुदीप नाग ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी को आज एक मांग पत्र सौंप कर ए सी सी कंपनी से पुन: काम दिलाने की मांग की है, अन्यथा 14 फरवरी से कंपनी गेटपर धरना देने की चेतावनी दी है। मिली जानकारी के अनुसार धरना कार्यक्रम में ठीकेदार के साथ वर्षों से काम कर रहे मजदूर भी समर्थन में धरना में शामिल होंगे। जिससे एक बार पुन: औद्योगिक अशांति उपन्न हो सकती है। इससे कंपनी प्रबंधन प्रशासन केसहयोग से बाहर के मजदूर एवं नये ठीकेदार से काम लेने में अड़ी हुई है। अनुमंडल पदाधिकारी को प्रेषित मांग पत्र में ठीकेदार सुदीप नाग ने लिखा है कि एस सी सी में 2001 से लोडिंग का काम कर रहा हूं लेकिन जीएसटी घोटाला का झूठा आरोप लगा कर गत 2 जनवरी से काम देने से रोक दिया गया है। जिससे परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। श्री नाग ने कहा है कि कार्यालय जी ेस टी बकाया स्टे आर्डर दे दिया है और बैंक पास बुक को ओपन कर दिया है। कंपनी दो जनवरी से गेट पास नही दे रहा है क्यों कि कंपनी 11 मजदूर की जगह 8 मजदूर रखने को कहा था, जिसका मैं विरोध किया था। एसीसी कंपनी के पास 2018-20 का अतिरिक्त बकाया मजदूरी है। जिसका भुगतान कराया जाय। जिन मजदूरों का उम्र 55 से 60 वर्ष हो चुका है उन्हें ग्रेच्युटी एवं अंतिम तमाम पावना का भुगतान कर ही काम से बैठाया जाय। श्री नाग ने कहा है कि मेरे साथ 185 मजदूर के परिवार का भविष्य जुड़ा हुआ है। उन्होंने मांग नहीं माने जाने पर 14 फरवरी से कंपनी गेटपर धरना पर बैठने की जानकारी दी है। इस धरना के समर्थन में मजदूर भी एक जुट हो रहे है।