– कई बैंकों का मिटा अस्तित्व
– गैस सिलेंडर के दामों में आई कमी
-सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव मिलेंगे देखने
रांची। आज से कई बैंकों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। देश के सार्वजनिक बैंकों का विलय कर दिया गया है। कई नये नियम भी लागू किये गये हैं इन नियमों के कारण गैस सिलेंडर की कीमत में भारी कमी आई है इसके साथ ही और भी कई बदलाव आम लोगों के जीवन में आएंगे और इनका कुछ सकारात्क प्रभाव भी पड़ेगा और कुछ नाकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा। एक और सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा कि आज से बीएस-6 मानक वाले वाहन ही बिकेंगे।
इन बैंकों का हुआ विलय
पंजाब नेशनल बैंक में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक
पंजाब नेशनल बैंक में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय हो गया। इन बैंकों का कारोबार 17.95 लाख करोड़ रुपये का होगा। इस बैंक की 11,437 शाखाएं होंगी। पीएनबी ने सभी पूराने ग्राहको को परेशान नहीं होले की बता कही है इसके साथ ही ग्राहकों से कहा है कि विलय से ग्राहकों को बैंकिग में किसी भी प्र्रकार की कोई परेशानी नहीं आएगी।
केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक का हुआ विलय
केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक में विलय हुआ। विलय के बाद अब यह देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक होगा। बैंक का अब 15.20 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा। देश में इस बैंक की 10,324 शाखाएं होंगी और विलय के बाद बैंक का नया नाम केनरा बैंक ही होगा।
इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय
इंडियन बैंक में इलाहाबाद में बैंक का विलय किया गया है। यह देश का सातवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा। इसका 8.08 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा, और विलय के बाद बैंक का नया नाम इंडियन बैंक होगा।
यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय
यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय हो गया है। यह देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा। इसका 14.59 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा। बैंक की 9,609 शाखाएं होंगी और बैंक का नया नाम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया होगा।
क्यों हुआ बैंकों का विलय
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इससे पहले तीन बैंकों के विलय किया गया था। इससे फायदा यह हुआ है कि रिटेल लोन ग्रोथ में 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। बता दें कि 50 साल पहले जुलाई 1969 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था।
क्या क्या हुए बदलाव
गैस सिलेंडर के दाम में कमी
लॉकडाउन के बीच तेल कंपनियों ने गैस सिलेंडर की कीमत घटाई है। 14.2 किलोग्राम गैस सिलेंडर की कीमत में 61.50 रुपये की कमी की गई है।
19 किलोग्राम वाला व्यवसायिक सिलेंडर 96 रुपये सस्ता हुआ है। गैस की नई कीमत आज से लागू हो गई हंै।
आधार से पैन लिंक की अवधि बढ़ी
लॉकडााउन को देखते हुए आधार से पैन लिंक करने की अंतिम तिथि में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। इसे तीन महीने तक के लिए बढ़ाया गया है। अब लोग आधार से पैन 30 जून तक लिंक करा सकते हैं।