रामगोपाल जेना
चक्रधरपूर
शिक्षा के बिना बेहतर समाज का निर्माण नही हो सकता है। शिक्षा का कोई अंत नहीं है। यह बातें बतौर मुख्य अतिथि राज्य के महिला एवं बाल विकास, सामाजिक सुरक्षा मामलों के कैबिनेट मंत्री जोबा माझी ने शनिवार को सोनुवा के गुरुकुल, द इंटरनेशनल इंस्टीटयूशन स्कूल धोलाबनी में आयोजित वार्षिकोत्सव में कही। कार्यक्रम में उपस्थित मंत्री श्रीमती जोबा मांझी के अलावा विशिष्ट अतिथि के रुप उपस्थित थाना प्रभारी कुलदीप कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि शिक्षा के बिना हम बेहतर समाज के निर्माण की कल्पना भी नही कर सकते है। शिक्षा का कोई अंत नहीं ह। यह अनंत है।
कहा, प्रत्येक अभिभावकों का यह दायित्व है कि अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा का माहौल दे। आज शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर सरकार द्वारा भी कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है। इस मौके पर उन्होंने ऐसे छोटे जगह में सीबीएसई कोर्स के लिए शिक्षा को लेकर की गयी पहल के लिए गुरुकुल प्रबंधन की सराहना की। मौके पर मंत्री जोबा माझी ने स्कूल के सलाहकार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका संध्या को सॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया। मौके पर स्कूल के संस्थापक प्रदीप कुमार, मुखिया अजित माझी, प्रमुख सोमा रुगु, निहार रंजन महाली, सेवानिवृत्त शिक्षक शिव चरण प्रधान, शिक्षक सुदीश, नीलिमा, रंजीता, मधुमती, प्रियंका समेत काफी संख्या में अभिभावक व बच्चे उपस्थित थे।
छोटे स्कूल में पढ़कर ही बना थाना प्रभारी – कुलदीप
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोनुआ थाना प्रभारी कुलदीप कुमार ने कहा कि मैं भी अपनी शुरुआती शिक्षा ऐसे ही विद्यालय से हासिल किया है। वही आज पढ़ाई के कारण ही सोनुवा थाना प्रभारी के रूप में अपनी सेवा दे रहा हूँ। हम अच्छी शिक्षा ग्रहण कर और भी आगे जा सकते है। विद्यालय से बच्चों का भविष्य तैयार होता हैं जिसके लिए माता पिता भी जिम्मेदार होते है। बच्चों को लगन व मेहनत से शिक्षा हासिल करना होगा। उच्च शिक्षा को लेकर उन्होंने उपस्थित बच्चों से कहा कि लक्ष्य लेकर आगे की पढ़ाई करें सफलता जरूर मिलेगी। विद्यालय चलाना हर किसी के वश में नही है। सफल रूप से विद्यालय चलाना बहुत कठिन कार्य है। जैसे अंधेरे से हमे दिया जलाकर प्रकाश मिलता है वैसे ही मानव जीवन का अंधकार शिक्षा रूपी दिये जलाकर दूर होगा।
बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम मोहा मन
कार्यक्रम के दौरान गुरुकुल स्कूल अलावा न्यू कॉलोनी आदित्यपुर के बच्चों ने नृत्य व संगीत से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों ने स्वागत नृत्य से किया। जिसके बाद बच्चों ने हिंदी के अलावा
संथाली, हो, ओड़िया, नागपुरी भाषा के गीतों के धुनों से मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।