रवि सेन
चांडिल: चांडिल पॉलिटेक्निक कालेज के छात्र छात्राओ ने शुक्रवार को डैम रोड स्थित इलेक्ट्रिक सबस्टेशन का औद्योगिक परिभ्रमण किया. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ नीरज प्रियदर्शी ने बताया कि सबस्टेशन एक विद्युत उत्पादन, पारेषण और वितरण प्रणाली का एक हिस्सा है. पदार्थ वोल्टेज को उच्च से निम्न, या रिवर्स में परिवर्तित करते हैं, या कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य करते हैं. जनरेटिंग स्टेशन और उपभोक्ता के बीच, विभिन्न वोल्टेज स्तरों पर कई सबस्टेशनों के माध्यम से विद्युत शक्ति प्रवाहित हो सकती है. एक सबस्टेशन में उच्च संचरण वोल्टेज और कम वितरण वोल्टेज के बीच वोल्टेज के स्तर को बदलने के लिए ट्रांसफार्मर शामिल हो सकते हैं या दो अलग-अलग ट्रांसमिशन वोल्टेज के इंटरकनेक्शन पर. इस परिभ्रमण के दौरान प्रो0 गौतम कुमार सह, समीम दीवान, राकेश मंडल, शोभा कुमारी उपपस्थित थे. शिक्षकों ने बताया कि एक आम डिजाइन में, आने वाली लाइनों में एक डिस्कनेक्ट स्विच और एक सर्किट ब्रेकर होता है. पदार्थों में आम तौर पर स्विचिंग, सुरक्षा और नियंत्रण उपकरण और ट्रांसफार्मर होते हैं. एक बड़े सबस्टेशन में, सर्किट ब्रेकर का उपयोग नेटवर्क पर होने वाले किसी भी शॉर्ट सर्किट या अधिभार धाराओं को बाधित करने के लिए किया जाता है. अन्य उपकरण जैसे कैपेसिटर, वोल्टेज नियामक और रिएक्टर भी एक सबस्टेशन पर स्थित हो सकते हैं.