: मुंबई की एक अदालत ने रविवार (19 जनवरी) को सैफ अली खान पर हमला मामले में गिरफ्तार एक व्यक्ति को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय साजिश से संबंधित अभियोजन पक्ष की दलील को खारिज नहीं किया जा सकता है. पुलिस पूछताछ के लिए आरोपी को लॉकअप से बांद्रा पुलिस स्टेशन लेकर आई है.
पुलिस ने अदालत को बताया कि कथित हमलावर बांग्लादेशी नागरिक है और उसके कृत्य के पीछे के मकसद का पता लगाने की जरूरत है. पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद (30) को दोपहर डेढ़ बजे बांद्रा में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के सामने पेश किया.
35 से अधिक टीमों का हुआ था गठन
पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 35 से अधिक टीमों का गठन किया था. बांद्रा पुलिस बांद्रा हॉलीडे कोर्ट में मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को पेश करेगी और पुलिस कस्टडी की मांग करेगी. आरोपी नाम बदलकर ठाणे के हीरानंदानी एस्टेट में ब्लाबर नाम के एक होटल में काम करता था. आरोपी जिस होटल में पहले काम करता था, उसी होटल में उसे एक समय बेस्ट एम्पलाई का अवॉर्ड भी दिया गया था. बाद में उसने काम छोड़ दिया.
शनिवार की रात 12 बजे करीब क्राइम ब्रांच और बांद्रा पुलिस को हीरानंदानी एस्टेट में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर आरोपी के होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जोन 6 के डीसीपी नवनाथ ढबले को सूचित किया गया ताकि आरोपी हाथ से न निकले. डीसीपी नवनाथ की टीम तुरंत थाने के लिए रवाना हुई, साथ में क्राइम ब्रांच की टीम भी पहुंची लेकिन आरोपी को पुलिस के आने की सूचना मिल गई थी. जिसके बाद आरोपी एक कंस्ट्रक्शन साइट पर घनी कंटीली झाड़ियों में जाकर छुप गया. जंगल के अंदर झाड़ियों में छुपने की वजह से आरोपी को खोजने में दिक्कत हो रही थी. ऐसे में टॉर्च और मोबाइल टॉर्च तक का सहारा लेना पड़ा और आरोपी को चारों तरफ से झाड़ियों में क्राइम ब्रांच और पुलिस ने घेर लिया, जिसके बाद कंटीली झाड़ियों में से उसे गिरफ्तार किया गया.
खेलता था बांग्लादेश कुश्ती
आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद ने पुलिस को बताया कि वो बांग्लादेश में स्पोर्ट्स खेलता था. वो कुश्ती का खिलाड़ी था. कम वेट केटेगरी में कुश्ती करता था. वो जिला स्तर और नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुका है. कुश्ती खिलाड़ी होने की वजह से सैफ अली खान पर भारी पड़ा था. वो बेरोजगारी की वजह से भारत आया था और यहां भी उसे कोई ढंग का काम नहीं मिला.
पुलिस ने दी कोर्ट ने दी ये दलील
पुलिस ने अदालत को बताया कि कथित हमलावर भारत में अवैध रूप से रहने वाला एक बांग्लादेशी नागरिक था और उसके कृत्य के पीछे के मकसद का पता लगाने की जरूरत है. पुलिस ने अदालत से यह भी कहा कि उन्हें यह पता लगाने की जरूरत है कि इस मामले का संबंध किसी अंतरराष्ट्रीय साजिश से है या नहीं.
बचाव पक्ष के वकील संदीप डी शेरखाने ने तर्क दिया कि उनका मुवक्किल कई वर्षों से देश में रह रहा है और उसके पास (देश में रहने के लिए) महत्वपूर्ण दस्तावेज है, और उसका परिवार भी भारत में रह रहा है. बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि अभिनेता सैफ अली खान की मौजूदगी के कारण इस मामले को तूल दिया गया है.
प्राथमिक चरण में है जांच
पुलिस ने अदालत को यह भी बताया कि जांच प्राथमिक चरण में है. जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि हमले में खान को गंभीर चोटें आईं, जिसमें चाकू के ब्लेड के एक हिस्से का उनके शरीर में धंसना शामिल है. पुलिस ने अदालत को बताया कि चाकू तीन हिस्सों में टूट गया जिसके दो हिस्से मिल गए हैं, जबकि तीसरा हिस्सा आरोपी से बरामद किया जाना बाकी है.
पुलिस ने कहा कि घटना के समय आरोपी ने जो कपड़े पहने थे उनपर खून के धब्बे होंगे और जांच के हिस्से के रूप में ये कपड़े जब्त करने की जरूरत है. जांच अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की आवश्यकता है कि आरोपी अभिनेता के घर में कैसे दाखिल हुआ और हमले के पीछे का मकसद क्या था. हालांकि, बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि शहजाद को न्यायिक हिरासत में भेजा जाना चाहिए. रिकॉर्ड पर मौजूद दस्तावेजों पर गौर करने के बाद पुलिस की दलील को स्वीकार करते हुए अदालत ने कहा कि अभियोजन पक्ष द्वारा लगाए गए अंतरराष्ट्रीय साजिश के आरोप को असंभव नहीं कहा जा सकता.
‘आरोपियों के खिलाफ आरोप सही’
अदालत ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आरोपियों के खिलाफ आरोप सही हैं. इसलिए मामले की जांच के लिए पुलिस को पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए. पांच दिन की पुलिस हिरासत उचित है.’’ अदालत ने बचाव पक्ष के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि गिरफ्तारी अवैध थी और कहा कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के दौरान सभी आवश्यक मानदंडों का पालन किया था.