महिला नेत्रहीन मरीज के पेट से निकाला पत्थर के 100 टुकड़े
दिव्यांग महिला के बच्चादानी का सर्जनी कर निकाला ट्यूमर
जमशेदपुर, 12 जनवरी (रिपोर्टर): मानगो डिमना रोड स्थित गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक डा. नागेन्द्र सिंह ने कोल्हान के एक नेत्रहीन महिला मरीज की दूसरी दिव्यांग मरीज का नि:शुल्क सर्जरी कर उनकी जान बचायी. चांडिल निवासी प्रति कुमारी नेत्रहीन है. उसकी दोनों आंखों से दिखायी नहीं देती. मरीज के परिजनों के अनुसार उसके पेट में पिछले कुछ वर्षों से तेज दर्द होता था जिससे वह बेचैन भी हो जाती थी. उसके परिजन गरीब होने के कारण इलाज नहीं करा पाते थे. उसे किसी तरह से पता चला कि डा. नागेन्द्र सिंह के गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल में गरीबों की मदद की जाती है. नेत्रहीन के परिजनों ने डा. नागेन्द्र से मिल कर इसके बारे में जानकारी दी. उसने आपबीती सुनायी. डा. नागेन्द्र मरीज की सर्जरी कर मरीज की जान बचायी. जांच में पता चला कि उसके पेट में छोटे-छोटे पत्थर है. डा. नागेन्द्र ने मरीज की सर्जरी कर उसके पेट से पत्थर के 100 छोटे-छोटे निकाला. मरीज की लेप्रोस्कॉपिक सर्जरी कर उसके पेट से पत्थर निकाला. वहीं दूसरी मरीज का नाम लीलावती देवी है जो पैर से दिव्यांग है् उसके बच्चेदानी में ट्यूमर था. गरीबी के कारण वह मरीज का ऑपरेशन नहीं करा पा रही है. मरीज के परिजन को दूसरे अस्पताल में काफी खर्च बताया गया. डा. नागेन्द्र ने मरीज के बच्चेदानी का ऑपरेशन कर ट्यूमर निकाल.
लेकिन गरीबी की वजह से ऑपरेशन नहीं करा पा रही थी. मरीज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. वे शहर के कई अस्पतालों में गई जहां पर सर्जरी के लिए 40 से 60 हजार रुपये खर्च बताया गया, लेकिन गरीबी की वजह से वह लौट आई और अंत में डा. नागेंद्र सिंह के यहां पहुंची. दोनों मरीज का ऑपरेशन कर एक के पेट से पत्थर के टुकड़े तो दूसरे के बच्चादानी से ट्यूबर निकाला. अस्पताल से ठीक होने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई.