झारखंड के पूर्व सीएम और ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास की एक बार फिर से झारखंड की सक्रिय राजनीति में एंट्री हो गई है उन्होंने उड़ीसा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। शुक्रवार (10 जनवरी 2025) को ‘वी विल कम बैक’ के नारे के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. बीजेपी की सदस्यता ली। इस मौके पर कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए रघुवर दास ने कहा कि वी विल कम बैक सून।
इस मौके पर झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता ग्रहण की।
पूर्व सीएम रघुवर दास के रांची पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। जोरदार आतिशबाजी भी की गई है। उन्हें माला पहनने और गुलदस्ता देने वाले कार्यकर्ताओं समर्थकों की भीड़ उम्र पड़ी। भाजपा कार्यकर्ताओं में फिर से एक बार जोश उमड़ने लगा है। उसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया।
वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पूरी पार्टी ने एकजुट होकर विजय दिलाने के संकल्प के साथ दिन-रात मेहनत की, इसकी मैं प्रशंसा करता हूं, लेकिन परिणाम हमारे अनुकूल नहीं रहे. राजनीतिक जीवन में हार जीत लगी रहती है. जय पराजय जीवन का हिस्सा है. हम लोगों ने वह दिन भी देखा है जब 1984 में हमारे दो सांसद थे, तब विपक्षी हम दो हमारे दो बोलकर हमारी खिल्ली उड़ाते थे, लेकिन जैसा आप सभी को पता है कि भाजपा का जन्म ही हुआ है राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाने के लिए, ना कि सत्ता सुख भोगने के लिए. उन्होंने कहा कि सत्ता हमारे लिए साधन है, जनता की सेवा करने का. सत्ता मेवा का साधन नहीं है. देश के लोगों ने भाजपा का शासन देखा है. इसी कारण लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए की सरकार आई है. आज देश के 22 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, मैं उसका सम्मान करता हूं. झारखंड की जनता ने गठबंधन की सरकार को राज करने का बहुमत दिया है. इंडी गठबंधन ने चुनाव में जो वादे किए थे, उसी के आधार पर उन्हें जनादेश मिला है. इसका हम सम्मान करते हैं. वही जनता ने विपक्ष को भी मजबूती के साथ सरकार पर दबाव बनाने का जनादेश दिया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता सरकार से अपील किया कि वह अपने वादे पूरे करें. हम कुछ महीने इंतजार करेंगे कि गठबंधन सरकार जनता से किये अपने वादों को पूरा करें, अन्यथा भाजपा जनहित के मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक सरकार को वादे पूरा करने के लिए मजबूर करेंगे.