गुवा संवाददाता। गुवा थाना क्षेत्र के ठाकुरा पुल के पास 10 जनवरी की सुबह लगभग 10 बजे एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में मजदूरों से भरी टेम्पो पलट गई। इस हादसे में टेम्पो में सवार 14 मजदूरों में से 7 गंभीर रूप से और 5 आंशिक रूप से घायल हो गए। एक मजदूर की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही गुवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को तुरंत गुवा सेल अस्पताल में भर्ती कराया। गंभीर रूप से घायल 7 मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है। मजदूरों ने बताया कि ठाकुरा गांव क्षेत्र में रेलवे लाइन का निर्माण कार्य चल रहा था। इस कार्य की जिम्मेदारी ठेकेदार प्रफुल्लो और मुंशी विकास सिंह की थी। नोवामुंडी के विभिन्न गांवों से आए 14 मजदूर सुबह साइकिल से बड़ा जामदा पहुंचे, जहां से उन्हें एक टेम्पो में ठूंसकर काम के स्थान पर ले जाया जा रहा था। टेम्पो का चालक, बीनू गुप्ता, तेज रफ्तार में वाहन चला रहा था। ठाकुरा पुल के समीप संतुलन बिगड़ने के कारण टेम्पो पलट गई। टेम्पो का नंबर ओडी-09एपी-9198 था।
गंभीर रूप से घायल मजदूर:
गोनो केराई (हेसापी),सोमा बादरी (मेरेलगड़ा),सुखराम बरजो (मेरेलगड़ा),चरण लागुरी (मेरेलगड़ा),गंगाराम बरजो (मेरेलगड़ा),टीमा पूर्ति (मेरेलगड़ा),चुमरु चातोम्बा (बालजोरी)
आंशिक रूप से घायल मजदूर:
सानसंग तोपनो (बालजोरी),हरीश चातोम्बा (बालजोरी)
जयराम चातोम्बा (बालजोरी),नरसिंह चातोम्बा (बड़ा बालजोरी),मानकी हेम्ब्रम (कुदापी)
दुर्घटना के लिए मुख्य रूप से रेलवे ठेकेदार, मुंशी और टेम्पो चालक को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। टेम्पो में क्षमता से अधिक मजदूरों को ठूंसकर ले जाया जा रहा था, जो परिवहन विभाग के नियमों का सीधा उल्लंघन है। तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही ने इस दुर्घटना को और गंभीर बना दिया।
गुवा थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार सभी संबंधित पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुटी है। इस घटना ने ठेकेदार और प्रबंधन की लापरवाहियों को उजागर किया है, जिससे मजदूरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
यह हादसा मजदूरों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार का जीता-जागता उदाहरण है। आवश्यक है कि जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।