सीता सोरेन पर टिप्पणी प्रकरण में बुरे फंसे इरफान अंसारी

शिवराज चौहान ने हेमंत सोरेन से की इरफान अंसारी को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने मुख्य सचिव, डीजीपी, जामताड़ा डीसी एसपी से तीन दिनों में मांगी रिपोर्ट

रांची कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी द्वारा बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन के खिलाफ दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक इस बयान को लेकर भाजपा हमलावर है. वहीं राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने राज्य के चीफ सेक्रेट्री, डीजीपी, होम सेक्रेट्री और जामताड़ा एसपी और डीसी से इस मामले की जांच कर तीन दिनों के अंदर रिर्पोट मांगी है. आयोग ने यह भी कहा है कि यदि तीन दिन के अंदर जवाब नहीं मिला तो व्यक्तिगत रूप से या प्रतिनिधि के माध्यम से आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए ‘समन’ जारी किया जा सकता है.

रांची कांग्रेस नेता और मंत्री इरफान अंसारी का जामताड़ा सीट से भाजपा कैंडिडेट सीता सोरेन पर दिए गये बयान पर भाजपा नेताओं ने कड़ा विरोध किया है. शनिवार को भाजपा चुनाव प्रभारी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल से इरफान अंसारी को बर्खास्त करने की मांग की. शिवराज ने इरफान के बयान का विरोध किया. कहा कि जामताड़ा विधायक और मंत्री इरफान ने सीता सोरेन जी के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया है. क्या इरफान अंसारी को शर्म नहीं आती है. आदिवासी महिला सीता सोरेन को इरफान अंसारी ने रिजेक्टेड माल बोला है. उनको शर्म आनी चाहिए.शिवराज सिंह ने कहा कि सीता सोरेन स्व दुर्गा सोरेन की पत्नी, झामुमो प्रमुख शिबु सोरेन की बहु और हेमंत सोरेन की भाभी हैं. वे झारखंड भाजपा की सम्मानित नेता हैं. इरफान अंसारी ने सीता सोरेन के लिए भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया. न केवल सीता सोरेन जी का अपमान किया बल्कि झारखंड की बहनों और बेटियों का भी अपमान किया है. यह भारत के नारी शक्ति का अपमान है. अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शर्म है तो इरफान अंसारी को मंत्रिमंडल मंडल से बाहर निकाल दें.
सीता पर अमर्यादित बयान से कांग्रेस की महिला विरोधी सोच उजागर: अन्नपूर्णा
कोडरमा सांसद और केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्ण देवी ने सीता सोरेन पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के बयान का विरोध किया है.कहा कि इरफान ने सीता सोरेन के लिए बहुत ही अपमानजनक टिप्पणी की है. महिलाओं के लिए कांग्रेस की क्या सोच है, कांग्रेस नेता इरफान के बयान से स्पष्ट हो गया है. कांग्रेस महिला और युवा विरोधी पार्टी है. कांग्रेस के मन में महिलाओं के लिए ओछी मानसिकता हमेशा से रही है जिसको आज कांग्रेस के इरफान अंसारी ने सीता सोरेन पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर स्पष्ट कर दिया है. अन्नपूर्णा ने कहा कि वे इरफान अंसारी के टिप्पणी का विरोध करती हैं. झारखंड में कांग्रेस ने एक आदिवासी महिला सीता सोरेन का अपमान किया है. भारतीय संस्कृति में महिलाओं की पूजा की जाती है, उनका सम्मान किया जाता है. लेकिन महिलाओं के प्रति कांग्रेस गलत और ओछी मानसिकता का परिचय इरफान अंसारी के बयान से साफ हो गया है. अगर कांग्रेस महिलाओं की इतना ही चिंता करती है तो कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को इरफान अंसारी के टिकट को वापस ले लेनी चाहिए. सांसद अन्नपूर्णा ने प्रियंका गांधी से भी इरफान अंसारी के बयान का जवाब मांगा.
अन्नपू्र्णा देवी ने कहा कि कांग्रेस नेता इरफान अंसारी के अमर्यादित बयान का महिलाओं से विरोध करना चाहिए. ऐसी ओछी मानसिकता वाले लोगों को और ऐसे मंत्री को हटाना चाहिए और इरफान अंसारी के टिकट को वापस लेना चाहिए. लेकिन कांग्रेस ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करती है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी इरफान के बयान की निंदा की है.

पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स में लिखा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में नारी के सम्मान की रक्षा के लिए रामायण और महाभारत जैसे युद्ध हुए, वहीं सत्ता के मद में चूर एक अहंकारी हमारे आदिवासी समाज की बेटी का अपमान करने का दुस्साहस कर रहा है। कभी-कभी सोचता हूँ तो लगता है कि क्या हमने इसी दिन के लिए झारखंड आंदोलन किया था? राज्य में कोई भी मुंह उठा कर बड़े-बुजुर्गों और बहु-बेटियों पर अवांछित टिप्पणी कर देता है और “आदिवासी हित का दंभ भरने वाली सरकार” मूकदर्शक बन जाती है।
सवाल यह है कि ऐसे तत्वों को हमारी बहु- बेटियों का अपमान करने की “हिम्मत” कहां से मिलती है?
इस परिस्थिति में बदलाव जरूरी है।
झारखंड में “परिवर्तन” जरूरी है।

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