जमशेदपुर :24 जनवरी संवाददाता जमशेदपुर में पार्किंग को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब पार्किंग ठेकेदारों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर पार्किंग बंदोबस्ती को रद्द करने, देय राशि एवं बैंक गारंटी वापस करने तथा पार्किंग की राजस्व की राशि कम करने जैसी मांग की है. अलग-अलग ठेकेदारों द्वारा इस बावत उपायुक्त एवं जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी को पत्र सौंपा गया है. शहर के बड़े क्षेत्र में पार्किंग बंदोबस्ती का ठेका लेनेवाली शैल इंजीनियरिंग की ओर से जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी को लिखे पत्र में कहा गया है कि साल 19-20 के लिये ग्रुप संख्या चार एवं पांच के विभिन्न क्षेत्रों की पार्किंग बंदोबस्ती खुली डाक के माध्यम से हुई थी, जिसकी बंदोबस्ती उसे मिली थी. अग्रिम राशि के रुप में अलग-अलग मदों में 20 लाख 15 हजार रुपये का भुगतान जमशेदपुर अक्षेस एवं 40 लाख की बैंक गारंटी भी कार्यालय में जमा करा दी गई. पत्र में कहा गया है कि काम करने में असुविधा होने लगी. समय-समय पर इस बावत पत्र से भी संबंधित पदाधिकारियों को अवगत कराया गया. ग्रुप संख्या चार में डायगनल रोड, छगनलाल शोरुम से आईओबी बैंक परिसर पार्किंग शुल्क का विरोध किया गया. इसमें जेएनएसी विशेष पदाधिकारी के मौखिक रोक के बाद वसूली रोक दी गई थी.
उसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा से एलआईसी बिल्डिंग तक चिन्हित अधिकांश भाग को जुस्को द्वारा पार्क में बदल दिया गया. इसकारण इस क्षेत्रों में राजस्व की वसूली नहीं हो पा रही है. पत्र में में कहा गया है कि ग्रुप संख्या पांच में पार्किंग वसूली के लियो जो 17 स्थान चिन्हित किया गया, वह राजनीतिक क्षेत्र, चैंबर ऑफ कामर्स के दबाव के कारण नहीं हो पा रहा. इसमें अधिकतर क्षेत्र रिहाइसी क्षेत्र भी है. इस रोक के बाद जेएनएसी की ओर से कहा गया है कि इसकी भरपाई की जाएगी, लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी कई बार संपर्क करने के बाद भी भरपाई नहीं की गई है. इसकारण निविदा को रद्द कर राशि के भुगतान की मांग की गई है.
दूसरी ओर शिवा कंस्ट्रक्शन ने उपायुक्त को पत्र लिखकर साकची के कुछ स्थलों के पार्किंग स्थलो को लेकर भी अपनी परेशानी व्यक्त की है. पत्र में कहा गया है कि 68 लाख 60 हजार की बोली लगाकर साकची में 11 अलग-अलग पड़ाव की पार्किंग की बंदोबस्ती उसे मिली है. लेकिन पार्किंग वसूली में लगातार परेशानी आ रही है. जेएनएसी को इसके पूर्व में भी तीन पत्र दिये जा चुके हैं, मगर कोई राहत नहीं मिली. शिवा कंस्ट्रक्शन की ओर से लिखे गये पत्र में उपायुक्त से अनुरोध किया गया है कि पार्किंग राजस्व संग्रहण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए राजस्व की राशि को अपने स्तर से कम करने का अनुरोध किया गया है.