चिंटू फेसबुक post
जमशेदपुर : आज जमशेदपुर पूर्वी के भाजपाई अचानक सोशल मीडिया पर ‘टिकट बंटवारा’ करते देखे गये. हद तो तब हो गई जब ओडि़सा के राज्यपाल का इस्तीफा तक दिलवा दिया. हालांकि बाद में चिंटू सिंह नामक आईडी से डाले गये उक्त पोस्ट को डिलीट कर दिया गया. एक अन्य आईडी से ऐलान कर दिया गया कि जमशेदपुर पूर्वी से चंद्रशेखर मिश्रा आर पश्चिम से बिनोद सिंह को भाजपा का टिकट मिल गया. एक अन्य भाजपाई राजहंस तिवारी ने अपने एकाउंट पर पोस्ट किया कि जमशेदपुर पूर्वी या पश्चिमी से किसी एक ब्राह्मण को टिकट मिलना चाहिये. यानि की जितनी मुंह, उतनी बातें आज भाजपाई कहते-लिखते सुने गये. हालांकि पिछले कुछ अरसा से अचानक जमशेदपुर पूर्वी की सीट को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है और इसे लेकर खूब खबरें भी परोसी जा रही है. 1995 के बाद पहली बार रघुवर दास इस बार के चुनाव के सीन से बाहर है, मगर उनके समर्थक मानने को तैयार नहीं. वे बराबर ‘जय जगन्नाथ’ का नारा लगा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि रघुवर दास जमशेदपुर की राजनीति में वापस आ रहे हैं.
दरअसल जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने जबसे जदयू का दामन थामा है और भाजपा-जदयू के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात अंतिम चरण में है, तभी से इस विधानसभा क्षेत्र के भाजपाई खासे सक्रिय देखे जा रहे हैं. भाजपा का एक बड़ा तबका चाहता है कि किसी भी सूरत में सरयू राय को टिकट न मिले. उधर सरयू राय लगातार पूर्वी से ही चुनाव लडऩे की बात कहकर अपना पैर जमाए हुए हैं. यह बात भाजपा के एक बड़े वर्ग के गले नहीं उतर रही कि जिनके साथ पांच साल उन्होंने ‘जूतम-पैजार’ की, उनके लिये अब उनको वोट मांगना पड़ेगा. राजनीति में कुछ भी संभव है और यही वजह है कि जमशेदपुर पूर्वी की राजनीति इस समय उबाल खा रही है. यह भी संभावना जताई जा रही है कि सरयू राय को जमशेदपुर पश्चिम से गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर उतारा जाए. इन्हीं सब अटकलों ने जमशेदपुर पूर्वी की राजनीति को गरमा रखा है.