हॉकी —52 साल बाद भारत ने लगातार जीते लगातार दो ओलंपिक पदक,श्रीजेश को सम्मानजनक विदाई

पेरिस: भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक का ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। स्पेन को 2-1 से हराकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने कमाल कर दिया। तोक्यो में हुए पिछले ओलंपिक खेलों में भी भारत ने कांस्य पदक ही अपने नाम किया था। भारत के लिए हरमनप्रीत ने 30वें और 34वें मिनट में गोल दागे। इस तरह 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक में बैक टू बैक मेडल आया है। इससे पहले 1968 मैक्सिको ओलंपिक और 1972 म्यूनिख ओलंपिक में भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। इस तरह मौजूदा ओलंपिक में भारत के पदकों की संख्या चार हो चुकी है। इससे पहले सेमीफाइनल में जर्मनी ने भारत को हराकर 60 साल बाद गोल्ड मेडल जीतने का ख्वाब तोड़ा था।

श्रीजेश को सम्मानजनक विदाई
ब्रॉन्ज मेडल के साथ हॉकी टीम ने अपने सीनियर प्लेयर और दिग्गज गोलकीपर श्रीजेश को पदक से विदाई दी क्योंकि उन्होंने पहले ही संन्यास का फैसला ले लिया था। ऐसे में श्रीजेश को सम्मानजक विदाई भी भारत के इस शानदार खेल की वजह बनी। मैच जीतने के बाद श्रीजेश ने गोल पोस्ट पर चढ़कर अपने चिर-परिचित अंदाज में जश्न मनाया।

ओलंपिक में भारत ने कब-कब जीता मेडल

गोल्ड मेडल एम्स्टर्डम 1928
गोल्ड मेडल लॉस एंजिल्स 1932
गोल्ड मेडल बर्लिन 1936
गोल्ड मेडल लंदन 1948
गोल्ड मेडल हेलसिंकी 1952
गोल्ड मेडल मेलबर्न 1956
सिल्वर मेडल रोम 1960
गोल्ड मेडल तोक्यो 1964
ब्रॉन्ज मेडल मेक्सिको सिटी 1968
ब्रॉन्ज मेडल म्यूनिख 1972
ब्रॉन्ज मेडल मॉस्को 1980
ब्रॉन्ज मेडल तोक्यो 2020
ब्रॉन्ज मेडल पेरिस 2024

स्पेन ने पेनल्टी स्ट्रोक से मारा पहला गोल
शुरुआती 10 मिनट के खेल में भारत ने लगातार आक्रमण किए। इस दौरान भले ही कोई पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला, लेकिन भारत ने एक फील्ड गोल्ड का सुनहरा मौका भी गंवा दिया। पहले क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई, लेकिन दूसरा क्वार्टर भारत के लिए बुरी खबर लेकर आया। 18वें मिनट में स्पेन को पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिस पर मार्क मिरेल्स ने कोई गलती नहीं की और टॉप लेफ्ट कॉर्नर पर गोल करते हुए स्पेन को 1-0 की लीड दिला दी।

ओलंपिक में भारत का रिकॉर्ड 13वां पदक

हरमनप्रीत सिंह ने जिताया मैच28वें मिनट में भारत को मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे स्पेशलिस्ट हरमनप्रीत सिंह की जगह अमित रोहिदास ने लिया। भारत की ये चाल बेकार गई क्योंकि स्पेनिश गोलकीपर ने शॉट बचा लिया। मगर डेढ़ मिनट के भीतर-भीतर भारत ने अपनी गलती सुधार ली। इस बार मिले पेनल्टी कॉर्नर पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने लो राइट कॉर्नर पर दनदनाता हुआ गोल दागा और हाफ टाइम से चंद सेकंड पहले भारत को मैच में बराबरी दिला दी। ये ओलंपिक में हरमन का 10वां गोल था। 34वें मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर पर मिला, जहां कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टूर्नामेंट का अपना 11वां गोल दागते हुए भारत को 2-1 की लीड दिला दी, जो अंत तक बरकरार रही।

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