कारगिल में भारतीय सैनिकों ने जिस पराक्रम का परिचय दिया उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता-एयर वाइस मार्शल एचपी सिंह
‘भारत के कोने कोने से आ रही आवाज है ,कारगिल के जवानों तुम पर भारत को है नाज़ है’ कुछ ऐसी ही ओजस्वी कविताओं व नारों से रविवार को राम मंदिर सभागार गूंज उठा। मौका था विजय दिवस रजत जयंती,यानी कारगिल के जवानों के सम्मान का दिन।कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर के बैनर तले कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया गया,जिसमें देशभक्तों का जोश देखते ही बन रहा था। शहर के विभिन्न कोने से सभी देशभक्त टेल्को स्थित राम मंदिर सभागार में एकत्रित हुए, इसके बाद कारगिल के 579 वीर शहीदों,युद्धवीरो और उनके माता-पिता को नमन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ, युद्ध वीरो वीर नारी, विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर हुआ। इसके बाद विशिष्ट अतिथि वीर चक्र,विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित एवं अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एयर वाइस मार्शल एचपी सिंह, झारखंड प्रांतीय अध्यक्ष कर्नल अखौरी रंजन सिन्हा के साथ मुख्य अतिथि स्टेशन हेडक्वार्टर के एडम कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल राजेश गुप्ता, जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी चाईबासा से कर्नल किशोर सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा,भाजपा किसान मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ,टाटा मोटर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते,टाटा मोटर्स के जीएम जीवराज संधू ,समाजसेवक शिवशंकर सिंह, जोड़ी राइडर्स के परमदीप सिंह,धनुर्धर त्रिपाठी,पूनम रेड्डी, चंद्रेश्वर खां ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वल्लन किया एवं मां भारती और शहीदों की फोटो पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इसके उपरांत कारगिल युद्ध के 30 युद्ध वीरों अतिथियों ने शॉल उड़ा कर एवं पुष्पगुच,और मोमेंटो भेंट कर उनका आभार प्रकट किया।पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष पेट्टी ऑफिसर राजेश पांडे,प्रदेश संगठन मंत्री सिद्धनाथ सिंह ने संबोधित करते हुए कहा नापाक इरादों से लड़े गए युद्ध का हश्र कभी पाक नहीं हो सकता, इस बात को पाकिस्तान और उसकी सेना बखूबी समझ गई होगी। इस अवसर पर परिषद ने आवाहन किया कि सैनिकों की सम्मान की लड़ाई जारी रहेगी। अपने संबोधन में कर्नल किशोर सिंह ने कहा कि नागरिक परिवेश के लिए सेना के लोग एक उदाहरण है और हमें सर्वप्रथम देश की चिंता करनी चाहिए। टाटा मोटर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि नियम अनुशासन और समर्पण का भाव लेकर ही हम विश्व पटल पर अपनी श्रेष्ठता साबित कर सकते हैं। इसमें पूर्व सैनिकों की भूमिका अहम है। कार्यक्रम में राजकुमार सिंह ने सभी को कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, वीर शहीदों को नमन किया।
कारगिल के शहीदों ,वीर सैनिकों और उनके परिवार के सम्मान में आयोजित यह कार्यक्रम का गणेश वंदना से किया गया,फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम मे देशभक्ति नृत्य ,गीत एव नाट्य कार्यक्रम प्रस्तुत की गई। वीर रस से सराबोर कविताएं ने सबका मन मोह लिया। इसके पश्चात कारगिल युद्ध नायक मानिक वर्धा ने युद्ध का जिवंत दृश्य बताया।
कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश पांडेय एव उदय चंद्रवंशी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन संगठन के अध्यक्ष विनय यादव द्वारा किया गया।इस अवसर पर भारत माता की जय, एवं वीर शहीद अमर रहे के नारे से सभागार गुंजायमान रहा।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत: एचपी सिंह
एयर वाइस मार्शल एचपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में भारतीय सैनिकों ने जिस पराक्रम का परिचय दिया उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। हमारे सैनिकों ने रक्त की चोटियों को पाकिस्तानी सैनिकों से मुक्त कराने के लिए शहादत दी और बहादुरी पूर्वक हमने अपनी जगह वापस पा ली। ऐसा दुर्गम युद्ध शायद ही इस दुनिया में लड़ा गया होगा। हमारे फौजियों के फौलादी इरादे एवं अचूक मार से पाकिस्तान छोड़ कर भागने को विवश हो गए। करगिल युद्ध हमारे देश को नयी पीड़ों के लिए राष्ट्रप्रेम के मामले में प्रेरणाश्रोत है।
हर भारतीय के लिए गर्व का दिन: कर्नल अखौरी रंजन
अखिल भारतीय पुरुष सैनिक सेवा परिषद झारखंड के प्रांतीय अध्यक्ष कर्नल अखौरी रंजन ने कहा कि आज से 25 वर्ष पूर्व कारगिल की चोटियों पर घुसपैठ कर बैठ गए पाकिस्तानी सैनिकों से भारतीय सेना के रणबांकुरों ने अपने पराक्रम से उनके दांत खट्टे कर दिए थे। ऊंचाई पर निशाना लगा कर बैठे घुसपैठियों को नीचे से चढ़ाई करते हुए धारासाई करने में हमारे सैकड़ों सैनिकों ने अपनी शहादत दी किन्तु अंततः इस धर्म में घुसपैठिये पाकिस्तान को मैदान छोड़ कर भागना पड़ा और उसके हजारों सैनिक मारे गए। चर्म एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए जब भी हाथ उठते है तो विजय निश्चित है,भले ही परिस्थिति चाहे कितनी विपरित हो ।
सैनिकों के पराक्रम को सलाम: कर्नल राजेश गुप्ता
कर्नल राजेश गुप्ता ने कहा कि दुनिया इस युद्ध में भारतीय सेना की हिम्मत, पराक्रम और श्रेष्ठता की गवाह बनी। हमारे सैकड़ों सैनिकों ने शहादत देकर डांची चोटी पर बैठे पाकिस्तानी सैनिकों को साफ कर दिया और अपनी जमीन और चोटी तापमा ली। हम सैनिकों की कुत्र्यानी और पराक्रम को सलाम करते हैं।
इनका हुआ सम्मान;
अतिथियों द्वारा वीर नारी सीमा देवी,दुर्गावती देवी ,कारगिल युद्ध वीर हवलदार मानिक वर्धा,नवल किशोर पाठक,हरि सिंह सांडिल दीपक कुमार शर्मा,राजीव कुमार सिंह,ओम प्रकाश कुमार,बिरजू कुरनार,विजय श्रीचंद प्रसाद,एनके गांगुली उमेश शर्मा,शशि भूषण सिंह.अमरेन्द्र कुमार,सत्येन्द्र सिंह बिनय यादव,जीतेन्द्र सिंह किशोर कुमार,गोपाल कुमार सिद्धनाथ कुमार,वाई गोविंद राव,पवन कुमारमनोज कुमार,सुनील कुमार पी शंकर को अतिथियों द्वारा पुष्पगुच्छ दे एवं माला पहना सम्मानित किया गया एवं उनकी देश के प्रति समर्पण को नमन किया गया।
सामाजिक संगठनों का मिला सहयोग;
राष्ट्रचेतना,अभ्युदय, नरेश मोहन स्मृति संस्थान,क्रीड़ा भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,सैन्य मातृसक्ति, विश्व हिंदू परिषद,जय हिंद क्लब,दुर्गा वाहिनी, सनातन उत्सव समिति, कोशिश ,जोड़ी राइडर्स क्लब वाइस ऑफ ह्यूमैनिटी एवं अन्य नागरिक परिवेश शामिल हुए।
ये हुए शामिल;
अमरजीत सिंह राजा, क्रीड़ा भारती के राजीव कुमार,सुभाष, वॉइस ऑफ ह्यूमैनिटी के हरि सिंह राजपूत,कुंदन सिंह,दयानंद,उमेश,राजेश,बिरजू,सुखविंदर,प्रवीण पाण्डेय,वरुण कुमार,अवधेश कुमार,एस के सिंह,अनुपम,राघवेंद्र,जयप्रकाश,संजेय,शैलेंद्र,दयाभूषण एवम अन्य 250 लोग उपस्थित रहे।
पूर्व सैनिकों के साथ नागरिक परिवेश के देशभक्ति का भी जमावड़ा राम मंदिर टेल्को में हुआ।