जमशेदपुर, 13 जुलाई : जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र से विधायक सरयू राय ने आज रात अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया कि झारखण्ड में आसन्न विधानसभा चुनाव में जद यू के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी. आज पटना में उनकी जद यू के नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाक़ात हुई. उनके साथ जद यू के अन्य नेता भी मौजूद रहे. चुनावी गठबंधन संबंधी औपचारिकताओं पर शीघ्र जद यू द्वारा घोषणा करने की उन्होंने बात लिखी है. एन डी ए गठबंधन और केंद्र की सरकार में जद यू प्रमुख घटक ही नहीं, मोदी सरकार का एक आधार स्तम्भ भी है, जबकि विधायक सरयू राय भाजपा को फूटी आंख भी नहीं सुहाते. ऐसे परस्पर विरोधी राजनीतिक हालात में नीतीश कुमार और सरयू राय का गठजोड़ झारखण्ड और ख़ासकर जमशेदपुर के चुनावी समीकरण में क्या गुल खिलाता है, अब इस पर तरह तरह की अटकलें लगायी जाएंगी. झारखण्ड में अगर भाजपा और जद यू के बीच चुनावी गठबंधन होता है तब उस स्थिति में जमशेदपुर पूर्व फोकस में रहेगा, क्योंकि यहाँ भाजपा पिछला चुनाव हार चुकी है और आज इस पर सरयू राय का कब्ज़ा है जिसके चलते जमशेदपुर सीट पर जद यू का स्वाभाविक दावा होगा. मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास की यहाँ से पराजय ने इस सीट को पूरे देश में चर्चित किया. भाजपा इस सीट को पुनः जीतना चाहेगी लेकिन नीतीश कुमार और सरयू राय का उक्त घोषित गठजोड़ निश्चित रूप से उसके लिए बड़ा अवरोधक बनेगा. इस बीच फिर रघुवर दास अपने पुत्र और भतीजा की कतिपय हालिया हरकतों से जहाँ परेशान होंगे वहीँ भाजपा को भी फ्रंटफूट पर खेलना कठिन होगा.