एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों में अभियुक्त कार्तिक मुंडा का शव अचानक टी एम एच में मिला. खबर है कि कल रात सरायकेला खरसावां जिले की पुलिस ने उसे सोनारी में एक घर से घेर कर पकड़ा है. फिर यह खबर मिली की उसका शव मिलने की सूचना पर उसके परिवार वाले टी एम एच में आकर हंगामा कर रहे है. कहा जाता है कार्तिक मुंडा पिछले दस वर्षों से पुलिस के हाथ नहीं चढ़ा था.
जिले में तेज तर्रार एस पी मुकेश लुनायत की पदस्थापना के बाद उम्मीद की जाती है कि अब जिला पुलिस एक्शन मोड में रहेगी. एस पी ने कल ही चांडिल, चौका, इचागढ़, आदि थानो का निरीक्षण कर थानेदारों एवं अन्य कर्मियों को अनेक निर्देश दिए थे और अपराधियों पर नकेल कसने की हर संभव कारवाई करने का आदेश दिया था।
चौथी मंजिल से लगा दी छलांग,
सोनारी वाला बिहार के एक अपार्टमेंट की चौथी मंजिल के फ्लैट में रहने की सूचना पर सरायकेला खरसावां की पुलिस गयी थी गिरफ्तार करने के लिए. दरवाजा खटखटाने पर महिला ने दरवाजा खोला जो शायद उसकी पत्नी हो. इसी बीच फ्लैट की एक बालकनी से जो खुली थी उसने बगल के एक दूसरे घर की छत पर छलांग लगा दी और उसकी पाइप से नीचे उतर कर भागने की कोशिश में नीचे गिरा. पुलिस ने उसे उठाकर टी एम एच लाया जहाँ उसकी मृत्यु हो गयी थी.
कार्तिक लोहार की सरायकेला के विक्की नंदी से अदावत चल रही थी. हाल में ही कदमा में हुए भोलू लोहार की हत्या के मामले में विक्की नंदी का नाम सामने आया था. उसके बाद से पुलिस विक्की की सरगर्मी से तलाश में जुटी हुई है. इसके पहले आपराध जगत में जो बड़ी बात उभरकर सामने आई थी उसके मुताबिक कार्तिक मुंडा जेल में बंद कुख्यात सागर लोहार से हाथ मिला चुका था. उन दोनों के निशाने पर विक्की नंदी बताया जाता है. (नीचे भी पढ़ें)
रही बात कार्तिक मुंडा की तो उस पर दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह अपने शुरुआती दौर में परमजीत सिंह (अब मृत) गैंग से जुड़ा था. बताया यह भी जाता है कि गैंगवार में कई बार कार्तिक मुंडा की हत्या होने से रह गई थी. वहीं, पिछले साल पुलिस ने उसके सीतारामडेरा घर में इश्तेहार भी चस्पा किया था. सिदगोड़ा थाना में 2017 में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज हुआ था. बम से हमला करने में कार्तिक को हासिल महारथ थी. उसने अधिकतर आपराधिक वारदातों को बम फेंक कर ही अंजाम दिया है. पुलिस के पास उसकी हालिया तस्वीर भी नहीं थी. बावजूद इसके पुलिस उसके पीछे लगातार पड़ी हुई थी, जिसका परिणाम कार्तिक मुंडा की मौत के रूप में सामने आना बताया जाता है.