प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, “मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं. राष्ट्रपति ने विकसित भारत के संकल्प को अपने प्रवचन में विस्तार दिया है.”
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है. ये अपने आप में लोकतांत्रिक विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है.
पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ”मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उन्हें घोर पराजय का सामना करना पड़ा. देश ने एक सफल चुनाव अभियान को पार करते हुए विश्व को दिखा दिया है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव अभियान था. देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में हमें चुना है.”
पीएम मोदी ने कहा, ”हम 2014 में जब पहली बार जीतकर आए थे, तो चुनाव के अभियान में भी हमने कहा था कि करप्शन के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस रहेगा. भ्रष्टाचार के प्रति हमारी इसी नीति के कारण देश ने हमें आशीर्वाद दिया है.”
पीएम मोदी ने कहा कि 1984 के बाद देश में 10 चुनाव हुए हैं और 10 चुनावों में कांग्रेस ढाई सौ का आंकड़ा नहीं छू पाई है. इस बार ये किसी तरह 99 के फेर में फंसे हैं. मुझे एक किस्सा याद आता है. 99 मार्क्स लेकर एक व्यक्ति घूम रहा था और दिखाता था कि देखो 99 मार्क्स आए हैं. लोग भी शाबासी देते थे. टीचर आए और कहा कि किस बात की बधाई दे रहे हो. ये सौ में से 99 नहीं लाया. ये 543 में से 99 लाया है. अब बालक बुद्धि को कौन समझाए. कांग्रेस के नेताओं के बयानों में बयानबाजी ने शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है. आप सबको शोले फिल्म की मौसीजी याद होंगी. तीसरी बार तो हारे हैं पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है न. 13 राज्यों में जीरो सीटें आई हैं. अरे मौसी 13 राज्यों में जीरो सीटें आई हैं पर हीरो तो हैं न. अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है. अरे मौसी पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है. कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ. फर्जी जीत के नशे में मत डुबाओ. ईमानदारी से जनादेश को समझने की कोशिश करो, उसे स्वीकार करो. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के जो साथी दल हैं, उन्होंने इस चुनाव का विश्लेषण किया है कि नहीं किया है. ये चुनाव इन साथियों के लिए भी एक संदेश है. अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी. 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है. कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है और इसीलिए कांग्रेस, परजीवी कांग्रेस बन चुकी है. यह तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं. आपके माध्यम से सदन और सदन के माध्यम से देश के सामने कुछ आंकड़े रखना चाहता हूं. जहां-जहां बीजेपी-कांग्रेस की सीधी फाइट थी, जहां कांग्रेस मेजर पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 परसेंट है. लेकिन जहां वो किसी का पल्लू पकड़ के चलते थे, ऐसे राज्यों में उनका स्ट्राइक रेट 50 परसेंट है. कांग्रेस की 99 सीटों में से ज्यादातर सीटें उनके सहयोगियों ने जिताया है और इसलिए कह रहा हूं कि परजीवी कांग्रेस है. 16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वोट शेयर गिर चुका है. गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और 64 में से सिर्फ दो सीट जीत पाई है. इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर के सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है. कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था.
आर्टिकल 370 पर क्या बोले पीएम
पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा, ”आज देश का एक-एक नागरिक जानता है कि अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है. अनुच्छेद 370 की पूजा करने वाले लोगों ने, वोटबैंक की राजनीति को हथियार बनाने वालों ने, जम्मू-कश्मीर के ऐसे हालात कर दिए थे कि भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता था. 370 के जमाने में सेनाओं पर पत्थर चलते थे और लोग निराशा में डूबकर कहते थे कि अब जम्मू-कश्मीर में कुछ नहीं हो सकता.”
देश ने देखी है तुष्टिकरण की राजनीति- पीएम मोदी
पीएम ने कहा, ”इस देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण की राजनीति भी देखी है. देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण का गवर्नेंस मॉडल भी देखा है, लेकिन हम तुष्टिकरण नहीं बल्कि सन्तुष्टिकरण के विचार को लेकर चले हैं. जब हम सन्तुष्टिकरण की बात करते हैं तो इसका मतलब है हर योजना का सैचुरेशन. जब हम सैचुरेशन के सिद्धांत को लेकर चलते हैं, तब सैचुरेशन सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय होता है, सैचुरेशन सच्चे अर्थ में सेक्युलरिज्म होता है. इसी के आधार पर देश की जनता ने हमें समर्थन देकर मुहर लगा दी है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”आज 10 साल में मेरी सरकार की अनेक सफलताएं और सिद्धियां हैं, लेकिन एक सिद्धि जिसने सभी सिद्धियों में ताकत भर दी, वो थी, देश निराशा की गर्त से निकलकर आशा और विश्वास के साथ खड़ा हो गया. देश में आत्मविश्वास बुलंदी पर पहुंचा.”
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली सफलता- पीएम
राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ने हमें स्थिरता और निरंतरता के लिए जनादेश दिया है. लोकसभा चुनाव के साथ ही लोगों की नजर से कुछ चीजें ओझल हो गई हैं. लोकसभा चुनाव के साथ-साथ हमारे देश में 4 राज्यों के भी चुनाव हुए हैं. इन चारों ही राज्यों में NDA ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है. हमने शानदार विजय प्राप्त की है.
चुनाव का जिक्र कर क्या बोले पीएम
पीएम ने कहा, ”इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ आशीर्वाद मांगने गए थे. हमने आशीर्वाद मांगा था, विकसित भारत के हमारे संकल्प के लिए. हम विकसित भारत के निर्माण के लिए एक प्रतिबद्धता और शुभ निष्ठा के साथ, जन सामान्य का कल्याण करने के इरादे से जनता के बीच गए थे. इस चुनाव ने इस बात को सिद्ध किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है, भारत की जनता कितने विवेकपूर्ण रूप से और कितने उच्च आदर्शों को लेकर अपने विवेक का सद्बुद्धि से उपयोग करती है और इसी का नतीजा है कि आज तीसरी बार हम देश की जनता के सामने नम्रतापूर्वक सेवा करने के लिए उपस्थित हुए हैं.”
जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है. जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है. जनता ने देखा है कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने समर्पण भाव से ‘जनसेवा ही प्रभुसेवा’ के मंत्र को चरितार्थ करते हुए कार्य किए हैं.