झारखंड में कांग्रेस के सभी 16 नव निर्वाचित विधायकों को दिल्ली तलब किया गया है। 17 जनवरी को सुबह 10 बजे कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनकी मुलाकात होगी। इसमें राज्य में कैबिनेट गठन को लेकर विधायकों की राय ली जायेगी, जिसके बाद मंत्रिमंडल पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस आधार पर 18 जनवरी या इसके बाद ही नये कैबिनेट का विस्तार हो सकेगा।
मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन पिछले तीन दिनों से दिल्ली में हैं। कांग्रेस आलाकमान के साथ उनकी वार्ता भी हुई। मंत्री पद के सीटों पर जहां सहमति बन गई है, वहीं विभागों के बंटवारे का मामला अब तक पूरी तरह सुलझ नहीं पाया है। इस पर अभी भी मंथन जारी है। कांग्रेस के सभी 19 विधायकों को 17 जनवरी को सोनिया गांधी से मिलने के लिए बुलाया गया है। इसके लिए सभी विधायक 16 जनवरी को ही दिल्ली चले जाएंगे। सोनिया गांधी के साथ रणनीति तय होने और रांची लौटने के बाद कैबिनेट विस्तार के लिए राज्य सरकार राजभवन से समय लेगी। उम्मीद जतायी जा रही है कि 18 या 19 जनवरी को कैबिनेट का विस्तार होगा।
कांग्रेस कोटे से बनेंगे तीन और मंत्री
झामुमो-कांग्रेस के बीच अभी तक सीटों पर तय हुए फॉर्मूले के अनुसार मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष के अलावा पांच मंत्री झामुमो कोटे से होंगे। वहीं, कांग्रेस कोटे से पांच मंत्री और राजद से एक मंत्री होंगे। इस आधार पर कांग्रेस कोटे से अभी भी तीन और मंत्री बनेंगे। कांग्रेस की ओर से बन्ना गुप्ता, बादल और ममता देवी मंत्री पद की प्रबल दावेदार हैं। बन्ना गुप्ता जहां कोल्हान प्रमंडल से आते हैं, वहीं बादल संताल परगना और ममता देवी उत्तरी छोटानगपुर प्रमंडल से आती हैं। ये तीनों अलग-अलग प्रमंडल से सरकार में मंत्री बन प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम पहले ही मंत्री बन चुके हैं।
कैबिनेट का प्रस्तावित फॉर्मूला
झामुमो : मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और पांच मंत्री
कांग्रेस : पांच मंत्री
राजद : एक मंत्री