: जमशेदपुर : ग्रामीण कार्य विभाग के जमशेदपुर कार्य प्रमंडल में कतिपय ठीकेदारों के एक ऐसे गिरोह की सक्रियता सामने आई है जो फर्जी कागजात और अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर ठीका हासिल करने, बिना काम गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किए बिल डालने आदि की कोशिश में लगा था और जब संदिग्ध कागजात तथा कार्य स्थल की जाँच शुरू हुई तो विभाग से, खास कर जिम्मेवार अभियंताओं से दो दो हाथ करने पर तुला हुआ है. संदिग्ध कागजात के मामले को दबाने और अन्य जाँच नहीं हो उसके लिए मामले को ही दिग्भ्रमित करने पर लग गया है. इसके लिए झूठ के पुलिंदा गढकर शिकायती पत्र चारों ओर भेजे गए हैं. ऐसी ही एक शिकायत वीरेंन्द्र सिंह नामक व्यक्ति द्वारा विभाग के सचिव समेत स्थानीय जिला उपायुक्त को भेजी गयी जिसमें कहा गया कि कार्यपालक अभियंता अपने भाई को अपने विभाग में ठीका मैनेज करते हैं, मनमाफिक अधीनस्थ कनीय अभियंता को मनमाफिक कार्य की निगरानी हेतु मनमाफिक पदस्थापना दे देते हैं. ऐसे ढेरों आरोप लगाए गए हैं जो जाँच हेतु विचाराधीन हो सकते हैं लेकिन ऐसे शिकायती पत्रों में कहीं उन बातों का जिक्र नहीं कि विभाग में जलसाजी के आधार पर टेंडर हासिल करने की जो कोशिश हुई है उसमें वह कार्यपालक अभियंता लिप्त हैं या नहीं अथवा उन्होंने बिना कार्य स्थल की जाँच कराये भुगतान करने में सहभागिता निभाई या उन्होंने ही जालसाजी को उजागर कर दिया है. गिरोह के कुछ ठीकेदारों द्वारा बी ओ क्यू के अनुसार काम पूरा नहीं करने,उसे पूरा करने के लिए लिखा प?ी शुरू करने पर विचलित होने जैसी घटनाएं भी ऐसी शिकायतों का उतप्रेरक बनी हैं. जो जलसाजी सामने आई है वह अचंभित करने वाली है जिसको लेकर विभाग ने जाँच प?ताल शुरू की है.फर्जी दस्तखत, फर्जी कार्य अनुभव और आर्थिक क्षमता का फर्जी प्रमाण पत्र जमशेदपुर कार्य प्रमंडल के एक टेंडर में संलग्न कर दिया गया जो पक? में आ गया है. अब ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से उस गिरोह द्वारा इस्तेमाल किए गए फर्म और उसके कर्ता धर्ता के खिलाफ सरकारी कार्य में जालसाजी के लिए प्राथमिकी दर्ज करने और उस फर्म को विभाग के कार्य हेतु प्रतिबंधित करने की कागजी प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसी जालसाजी के मामले को जाँच से दिग्भ्रमित करने का जो साहस दिखाया जा रहा वह अचंभित करने वाला है. गिरोह द्वारा शिकायतों को शपथ पत्र के रूप में समर्पित करने से भी कन्नी काटा जा रहा जो गंभीर मामलों की जाँच के लिए ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा आवश्यक अपेक्षा रहती है.