झारखंड के विकास मंत्री और कांग्रेस के नेता आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार (15 मई) को गिरफ्तार कर लिया. उन पर पूछताछ के दौरान सहयोग न करने का आरोप लगा है. ईडी ने आलमगीर आलम को आज भी पूछताछ के लिए बुलाया था. सूत्रों की मानें तो पूछताछ में सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार किया गया.आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपए से अधिक कैश बरामद हुआ था इसी सिलसिले में उनसे पहले पूछताछ की गई, इसके बाद ईडी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है. बता दें कि आलमगीर आलम से ईडी ने मंगलवार को भी 10 घंटे तक पूछताछ की थी.
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से आज सुबह 11 बजे से पूछताछ की जा रही थी, इसके बाद ईडी ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है. ईडी ने रविवार को आलमगीर को तलब किया था. उन्हें 14 मई को रांची स्थित जोनल कार्यालय में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. वह मंगलवार को ईडी के समक्ष पेश हुए थे, तब जांच एजेंसी ने उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें आज फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
6 मई को ईडी ने की थी रेड
6 मई को ईडी ने आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के अपार्टमेंट पर छापा मारा था और 37 करोड़ रुपए से अधिक कैश बरामद किया था. छापेमारी के बाद आलम और संजीव लाल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. बीते दिनों ईडी ने रांची में कई जगहों पर छापेमारी की, जिस दौरान यह कैश बरामद किया गया. कैश को गिनने के लिए कई मशीनें भी लाई गई थीं, सभी 500 के नोट थे. इसके अलावा, एजेंसी के अधिकारियों ने जहांगीर आलम के फ्लैट से कुछ आभूषण भी बरामद किए थे.
पाकुड़ से विधायक हैं आलमगीर आलम
70 वर्षीय कांग्रेस नेता आलमगीर आलम झारखंड में ग्रामीण विकास मंत्री हैं और राज्य विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में थी, जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था. यह विभाग में कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़ा था.