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झारखंड की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है. झारखंड के बीजेपी (BJP) के पूर्व सीनियर नेता राम टहल चौधरी (Ram Tahal Chaudhary) कांग्रेस में शामिल हो गए. वो दो बार विधायक और पांच बार सांसद रह चुके हैं. राम टहल को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के दौरान पवन खेड़ा ने कहा, ” जैसा कि वादा किया था कि हर दो चार दिन में कुछ लोगों की नींद हराम करनी है. उसी वादे को आगे बढ़ाते हुए बीजेपी के पूर्व सांसद, तीन बार के विधायक राम टहल जी का हम स्वागत करेंगे.”
इसके साथ ही यह तय हो गया कि सुबोधकांत सहाय की जगह लोकसभा चुनाव 2024 में रांची संसदीय सीट से रामटहल चौधरी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का दामन थामा. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर और मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद थे.
राम टहल ने कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. राम टहल ने कहा, ”मैं आज कांग्रेस में इनकी नीतियों से प्रभावित होकर शामिल हो रहा हूं. मैं पांच बार सांसद रहा. पिछले चुनाव से दो महीने पहले हमसे कहा गया कि हम लिखकर दें कि हम चुनाव नहीं लड़ेंगे. हमने तो कहा कि यह तानाशाही है. कहना था तो पहले कहते. हमने उसी वक्त इस्तीफा दिया और निर्दलीय चुनाव भी लड़ा.”
कांग्रेस ज्वाइन करने के पीछे बताई यह वजह
राम टहल ने कहा, ” हमारे यहां और पूरे देश में राहुल जी का दौरा हुआ. हमारे यहां झारखंड पांच दिन दौरा हुआ जिससे मैं प्रभावित रहा. भारत जोड़ो आंदोलन में लंबी याोत्रा की. आम लोगों लगता था कि बहुत कष्ट में हैं. उन्होंने जिसकी जितनी भागीदारी उतनी हिस्सेदारी का नारा दिया था. जातीय जनगणना जो आवश्यक है. जाति जनगणना नहीं होगा हिस्सेदारी पता नहीं चलेगा. आम जनता चाहती है कि जातीय जनगणना हो और इस मुद्दे को उठाते रहे. इससे मैं प्रभावित हूं.”
2019 में लड़ा था निर्दलीय चुनाव
82 वर्षीय राम टहल चौधरी 1991 से 2004 तक झारखंड की रांची सीट से बीजेपी के लोकसभा सदस्य रहे हैं. इसके पहले वह अविभाजित बिहार विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं. हालांकि 2019 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
महतो वोटर को रिझाने के लिए कांग्रेस ने काटा सुबोधकांत का पत्ता
रामटहल चौधरी कुड़मियों के बड़े नेता हैं और लंबे अरसे तक भाजपा के कद्दावर नेता रहे. उन्होंने कई बार सुबोधकांत सहाय को चुनाव में पराजित किया. इस बार सुबोधकांत सहाय का टिकट काटकर रामटहल चौधरी को टिकट देने का फैसला कांग्रेस पार्टी ने किया है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि रांची लोकसभा क्षेत्र में महतो वोटर्स की संख्या बहुत अधिक है.
3 सीटों के उम्मीदवारों की आज शाम तक हो सकती है घोषणा
महतो बहुल लोकसभा क्षेत्र होने की वजह से कांग्रेस ने इस बार सुबोधकांत का टिकट काटकर रामटहल चौधरी को पार्टी में शामिल कराने और उन्हें अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया. गुरुवार (28 मार्च 2024) की शाम को कांग्रेस पार्टी रांची, धनबाद और गोड्डा के अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी, इसकी प्रबल संभावना है.
खूंटी, हजारीबाग और लोहरदगा के उम्मीदवार की हो चुकी है घोषणा
बता दें कि बुधवार (27 मार्च) को कांग्रेस पार्टी ने 3 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. खूंटी (एसटी) सीट से कालीचरण मुंडा, हजारीबाग से जयप्रकाश भाई पटेल और लोहरदगा से झारखंड के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत को अपना उम्मीदवार बनाया है. नई दिल्ली में हुई कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद इन तीन प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई थी.
27 मार्च को कांग्रेस ने की 4 राज्यों के 14 उम्मीदवारों की घोषणा
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने 4 राज्यों के 14 उम्मीदवारों की बुधवार देर रात घोषणा की थी. इसमें झारखंड के 3, मध्य प्रदेश के 3, तेलंगाना के 4 और उत्तर प्रदेश के 4 उम्मीदवार शामिल हैं. लोहरदगा और खूंटी लोकसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. बता दें कि वर्ष 2019 में सुखदेव भगत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. हालांकि, कुछ ही दिनों बाद वह फिर कांग्रेस में लौट गए.