जंगल महल उत्सव में जुटी आदिवासी विभूतियां, मैराथन में दौड़े 1000 आदिवासी युवक युवतियां

राजस्थान की पद्मश्री गुलाबो सपेरा ने बिखेरा विश्वविख्यात कालबेलिया नृत्य का जलवा

11 आदिवासी पद्मश्री विजेताओं सहित देश और विदेश के नामी गिरामी हस्तियां हुईं शामिल

कुशल एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा अजोध्या हिल पर मैराथन फॉर ट्राइबल्स का सफल आयोजन संपन्न हुआ. पांच, दस और इक्कीस किलोमीटर की इस मैराथन में सोलह सौ धावकों ने भाग लिया, जिनमें लगभग 950 आदिवासी युवक युवतियां रहे. मैराथन में प्रथम पुरस्कार विजेता को इंक्यावन हजार, द्वितीय पुरस्कार विजेता को इक्कीस हजार एवं तृतीय पुरस्कार विजेता को पांच हजार रुपए की राशि प्रदान की गई. सभी धावकों को पूर्णता मैडल एवं ऑनलाइन प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया. मैराथन पौराणिक ख्याति प्राप्त क्षेत्र अजोध्या पहाड़ पर संपन्न हुआ. जिसमें पूरे रास्ते में विभिन्न स्थानों पर जुम्बा, ढोल, नगाड़ा, पंजाबी नृत्य, छऊ नृत्य, संताल नृत्य, लाइव पेंटिंग इत्यादि मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. यह आयोजन अजोध्या पहाड़ आदिवासी उन्नयन संघ के सहयोग से संपन्न हुआ.

मुख्य न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह और बॉलीवुड कलाकार रणविजय सिंघा ने किया फ्लैग ऑफ
मैराथन दौड़ को त्रिपुरा उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह और मुंबई के विख्यात टीवी कलाकार रणविजय सिंघा ने झंडा दिखाकर रवाना किया. मैराथन फॉर ट्राइबल्स को जंगल महल की विभिन्न संस्थाओं एवं स्थानीय क्लबों का भरपूर सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हुआ. उल्लेखनीय है कि अजोध्या पहाड़ स्थित कुशलपल्ली रिसोर्ट में लगभग दो सौ परिवारों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान कर रहा है. ज्ञातव्य हो कि कुशलपल्ली में आगंतुक अतिथियों का स्वागत आदिवासी महिलाओं द्वारा निर्मित पत्तों की माला से छऊ नृत्य के साथ किया जाता है. देश के पर्यटन के मानचित्र पर अजोध्याहिल अपनी विशिष्ट पहचान कायम कर चुका है और इसका श्रेय कुशलपल्ली रिसोर्ट के संस्थापक नरेश अग्रवाल को जाता है जिन्होंने सर्वप्रथम उस पहाड़ पर पर्यटन की परिकल्पना की.

शाम को संपन्न हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
संध्या 5 बजे से कुशलपल्ली रिसोर्ट में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें विश्वविख्यात नृत्यांगना पद्मश्री गुलाबो सपेरा कालबेलिया एवं राजस्थान से आए हुए उनकी 15 सदस्यीय टीम ने मनमोहक नृत्य से सबको सम्मोहित कर दिया. ज्ञातव्य हो कि विश्व फ़लक पर कालबेलिया नृत्य की पहचान स्थापित करने वाली आदिवासी नृत्यांगना गुलाबो सपेरा 165 देशों में कार्यक्रम कर चुकी हैं. साथ ही स्थानीय कलाकारों द्वारा पुरुलिया छऊ नृत्य एवं मुंडारी व संताली नृत्य की प्रस्तुति ने समा बांध दिया. इस कार्यक्रम में एक नेत्रहीन आदिवासी व्यक्ति ने अपनी बांसुरी वादन से सबका मन मोह लिया. संध्या बेला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मैराथन के विजताओं को पुरुस्कार भी प्रदान किया गया.

कई मंत्री व दिग्गज विशिष्ट अतिथि के रुप में हुए शामिल
कुशल एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पश्चिम अफ्रीका के देश टोगो गणराज्य के दूतावास के कार्यवाहक उच्चायुक्त यावो एडेम अकपेमाडो, पश्चिम बंगाल सरकार में स्वयं सहायता समूह एवं स्व-रोजगार के लिए कैबिनेट मंत्री बिरबाहा हांसदा और खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री ज्योत्सना मंडी,पश्चिमांचल उन्नयन मामलों की राज्य मंत्री संध्या रानी टुडू, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक प्रेम अनूप सिन्हा ने विशिष्ट अतिथि रूप में शामिल होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई तो वहीं स्थानीय विधायक सुशांत महतो, शांति राम महतो, जिला पुरुलिया के उपायुक्त रजत नंदा एवं आरक्षी अधीक्षक अभिजीत बनर्जी सम्मानित अतिथि के रुप में आयोजन में शरीक होकर कार्यक्रम में चारचांद लगा दिया. ज्ञातव्य हो कि अंतर्राष्ट्रीय एथलीट पिंकी प्रमाणिक, ब्राजीलीयन फुटबॉल खिलाड़ी जोस मार्सियो रामिरेज़ बैरेटो सहित कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी इस कार्यक्रम में धावकों की हौसला आफ़जाई करने अयोध्या हिल आये हुए थे.

कई जनजातीय विभूतियां हुईं सम्मानित
कुशलपल्ली में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में देश की जानी मानी आदिवासी विभूतियों को सम्मानित किया गया. पुरुलिया के छऊ नर्तक पद्मश्री स्व. गंभीर सिंह मुंडा एवं छऊ मुखौटा निर्माता पद्मश्री स्व. नेपाल सूत्रधार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह में पद्मश्री कालीपदो सोरेन, पद्मश्री धनीराम टोटो, पद्मश्री दुखु माझी, त्रिपुरा के पद्मश्री विक्रम बहादुर जमाटिया, राजस्थान की पद्मश्री गुलाबो सपेरा, ओडिशा की विख्यात संताल लेखिका डॉ. दमयंती बेसरा, झारखंड की लेडी टार्जन पद्मश्री जमुना टुडू, पर्यावरणविद पद्मश्री चामी मुर्मू, नई दिल्ली की विख्यात बाइकर गर्ल कंचन उगूरसैंडी को सम्मानित किया गया. सभी सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में विश्व विख्यात पुरुलिया छऊ नृत्य के प्रतिपादक गंभीर सिंह मुंडा की आकृति भेंट की गई.

स्कूल के फाउंडेशन लेआउट का अनावरण
कुशल एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा जिला पुरुलिया के गांव दुमदुमी में वर्ल्ड क्लास स्कूल प्रारंभ किया जा रहा है. जिसके प्रस्तावित फाउंडेशन लेआउट का अनावरण पद्मश्री विभूतियों द्वारा किया गया. इस बोर्डिंग विद्यालय का निर्माण अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ किया जा रहा है. जहां शिक्षा के साथ साथ आउटडोर खेल, तकनिकी ज्ञान, बौद्धिक विकास का पूरा ध्यान रखा जाएगा. ताकि यहां से पढ़ा हुआ बच्चा नौकरी खोजने वाला नहीं बल्कि रोजगार सृजनकर्ता बने. चेयरमैन नरेश अग्रवाल का सपना है कि यह स्कूल आने वाले समय में जंगल महल के लिए एक मिसाल बनेगा. साथ ही उनकी सोच है कि इस स्कूल में जनजातीय समुदाय के मेधावी छात्र छात्राओं को प्राथमिकता एवं विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.

आयोजन की सफलता हेतु सक्रिय रही टीम
कार्यक्रम को सफल बनाने में अजोध्या पहाड़ आदिवासी उन्नयन संघ के सचिव रामशंकर सिंह सरदार, कुशल एजुकेशनल ट्रस्ट के कुशल अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, साहित्यकार संदीप मुरारका, सौरभ गुटगुटिया, परिमल जालान, प्रशांत साह आदि ने व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली. कार्यक्रम में पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, उद्यमी अशोक चौधरी, अशोक भालोटिया, अशोक गोयल, कमल किशोर अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सन्नी संघी, नरेश मोदी, निर्मल मित्तल इत्यादि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे

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