घने कोहरे में ट्रैक पार करते वक्त हुआ हादसा
गम्हरिया, 18 जनवरी(रिपोर्टर): झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास चार लोगों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही टाटानर रेल पुलिस और गम्हरिया, आरआईटी थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है। टाटानगर जीआरपी की ओर से मेडिकल वैन रवाना कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना गुरुवार देर शाम 6:40 बजे की है। जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय हरिद्वार से भुवनेश्वर जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस गुजर रही थी।कोहरे के कारण दुर्घटना के शिकार लोगों को इसका पता नहीं चला। सभी रेलवे लाइन पार कर रहे थे, तभी सभी ट्रेन की चपेट में आ गए। ट्रेन से सीधी टक्कर के बाद सभी के चिथड़े उड़ गए।
यह हादसा उस समय हुआ जब गम्हरिया आदित्यपुर रेलवे स्टेशन बीच कुछ यात्री बड़ी संख्या में ट्रेन पकडऩे के लिए गम्हरिया स्टेशन आ रहे थे, घटना रेलवे पोल संख्या 260/20 के पास की है. बताया जा रहा है कि सभी मृतक बड़ाबंम्बू और खरसावां रेलवे स्टेशन के थे. जो काम करने आदित्यपुर और गम्हरिया जाते थे. गुरुवार शाम वापस ट्रेन पकडऩे आने के दौरान यह घटना घटी. फिलहाल शवों की शिनाख्त नहीं हो पायी है.घटना की पुष्टि चक्रधरपुर रेल मंडल के डीसीएम देवराज बेनर्जी ने कर दी है. उन्होंने बताया है की घटना की सुचना उन्हें मिली है.
शव को पहचानना हुआ मुश्किल
उत्कल एक्सप्रेस के गार्ड ने घटना की जानकारी गम्हरिया के साथ-साथ टाटानगर स्टेशन को दी। हालत यह थी कि शव की पहचान कर पाना मुश्किल था। अभी यह तक पता नहीं चल पाया है कि मृतकों में कितने पुरुष हैं और फिर कितनी महिलाएं। घटनास्थल में मृत एक युवक के पास से ड्राइविंग लाइसेंस मिला है, जिसमें रवींद्र कुमार, आशियाना, आदित्यपुर का पता है। वहीं घटनास्थल पर पड़े एक सर्टिफिकेट में दुमका का नाम है। जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां काफी अंधेरा रहता है।
घटनास्थल पर पहुंचे जीआरपी प्रभारी गुलाम रब्बानी ने बताया कि घटना में चार लोगों की मौत हुई है। मृतकों तथा घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। चारों शवों को पटरी से उठाकर लाइन को क्लीयर किया गया। घटना को लेकर करीब दो घंटे तक उक्त पटरी पर रेल परिचालन बाधित रहा। सूचना पाकर आदित्यपुर थाना प्रभारी राजन कुमार, गम्हरिया थाना प्रभारी आलोक दूबे तथा आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा भी घटना स्थल पर पहुॅच जानकारी प्राप्त की।
ट्रैक क्लीयर करने का काम शुरू
घटना के बाद जेनरेटर लगाकर ट्रैक को क्लीयर किया जा रहा था। बताया जाता है कि कोहरे की वजह से ट्रैक पार करने वालों को ट्रेन आने का अंदाजा नहीं मिल पाया। मेडिकल टीम आने के साथ ही शवों को घटनास्थल से ले जाया गया। . यह ट्रेन करीब 23घंटा विलंब से चल रही थी।