*दुमका, जिला अधिवक्ता संघ के सचिव ने रेलवे प्रशासन से कोयला रैक को लेकर जताया विरोध,
दुमका, जिला अधिवक्ता संघ के सचिव राकेश कुमार यादव ने दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला रैक से होने वाले वायु प्रदुषण को लेकर विरोध जताया है। श्री यादव ने कहा कि रेलवे स्टेशन घनी आबादी वाले क्षेत्र में बनाया गया है । जिससे कि रसिकपुर ही नहीं बल्कि पूरा शहर प्रदुषण से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में दुमका संभवतः पहला रेलवे स्टेशन है जहां प्लेटफार्म के नजदीक ही कोयला रैक बनाया गया है। श्री यादव ने कहा कि जिला अधिवक्ता संघ के सचिव के नाते वह इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन का चप्पा-चप्पा कोयला डस्ट से भरा पड़ा है बावजूद रेलवे प्रशासन इस पर गंभीर नहीं है। उन्होंने रेलवे प्रशासन से दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला रैक को हटाने की अविलंब मांग करते हुए कहा कि जल्द ही कोयला रैक नहीं हटाया गया तो जिला अधिवक्ता संघ आंदोलनकारियों का पूरा समर्थन करेगी। यहां बताते चलें कि रसिकपुर मुहल्ले के लोग तो कोयला रैक हटाने की मांग तो जिले के शिकारीपाड़ा में कोयला डंपिंग यार्ड को लेकर विरोध जारी है। यहां बताते चलें कि रसिकपुर मुहल्ले के लोग इस गंभीर मुद्दे को लेकर विगत तीन वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं। कोयला रैक से उड़ने वाले डस्ट के कारण पूरा स्टेशन परिसर काला पड़ चुका है बावजूद रेलवे प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है। सारे नियमों की धज्जी उड़ाते हुए रेलवे प्रशासन बीजीआर कंपनी के साथ स्थानीय जिला प्रशासन के साथ सभी राजनीतिक दल भी चुप है। लेकिन रसिकपुर मुहल्ले के लोगों ने कहा है कि जब तक कोयला रैक नहीं हटाया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। अब चुंकि मामला गंभीर है तो जिला अधिवक्ता संघ का साथ भी स्थानीय लोगों को मिलना शुरू हो गया है जो कि भविष्य में रेलवे के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।