पोस्टिंग के बाद से साहिबगंज डीसी ने सैलरी अकॉउंट से नहीं निकाले कुछ भी रुपये, हो सकती है गिरफ्तारी

साहिबगंज 4 जनवरी साहिबगंज के डीसी आईएएस अधिकारी राम निवास यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। दरअसल, यह सारा मसला बुधवार को ईडी की रेड में मिले साक्ष्य और दस्तावेजों पर आधार पर तय माना जा रहा है। गौरतलब है कि अवैध खनन मामले में ईडी ने जब साहिबगंज के जिलाधिकारी के ठिकानों पर छापे मारे तो 8 लाख रुपये कैश के साथ-साथ प्रतिबंधित 9एमएम की 14 राउंड गोलियां भी बरामद हुईं। इतना ही नहीं, साहेब के सिस्टम में वे दस्तावेज भी मिले कि उन्होंने जेल में बंद आरोपी पंकज मिश्रा के लिए लेटर भी ड्राफ्ट किया था। साहेबगंज के डीसी रामनिवास यादव ईडी की रेड के बाद ईडी की जांच के दायरे में आ गए हैं। रामनिवास तीन मामलों, अवैध कारतूस, रिश्वत के पैसे और सैलरी नहीं निकालने के मामले में फंस गये हैं। इस मामले में उम्मीद है कि ईडी कभी भी साहिबगंज डीसी को पूछताछ के लिए समन जारी कर सकता है। इतना ही नहीं, उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।
सैलरी अकाउंट से नहीं निकाले पैसे
ईडी ने जांच में पाया कि डीसी रामनिवास यादव की जब से साहेबगंज में पोस्टिंग हुई है उन्होंने अपने सैलरी अकाउंट से कभी पैसे नहीं निकाले। अब ईडी उनसे यह सवाल करने वाली है कि बिना पैसे की निकासी के गुजारा कैसे किया।
बरामदगी पर भी डीसी को देना है जवाब
बुधवार को ईडी ने साहिबगंज डीसी के आवास, कार्यालय और उनके राजस्थान स्थित पर रेड के दौरान आठ लाख रुपए कैश, 9रूरू पिस्टल के 14 कारतूस बरामद किये थे। डीसी से बरामद पैसों और गोलियों के विषय में पूछने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये।
साहिबगंज डीसी और डीएसपी के ठिकानों से बरामद हुए महत्वपूर्ण दस्तावेज और सुबूत, इडी ने दी जानकारी
रांची
झारखंड में पिछले दिनों हुई श्वष्ठ की ताबड़तोड़ रेड में कई सारे खुलासे हुए। इसमें सहिबगजंग डीसी रामनिवास यादव और साहिबगंज के डीएसपी रविन्द्र दुबे के ठिकानों से को सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज मील और कई सबूत भी बरामद हुए। इसे लेकर इडी ने एक प्रेस विज्ञप्ति को जारी करते हुए इन दोनों के ठिकानों से क्या कुछ बरामद हुआ है इसकी जानकारी दी है।
नीचे दी गयी जानकारी ईडी इडी द्वारा दी गयी है
ईडी की जांच में पता चला कि साहिबगंज इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध खनन का काम किया जा रहा था. अवैध खनन की सीमा का पता लगाने के लिए, ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ झारखंड राज्य सरकार के प्रशासनिक, वन, खनन, प्रदूषण नियंत्रण अधिकारियों द्वारा साहिबगंज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध खनन गतिविधियों के बीस संयुक्त निरीक्षण किए गए। संयुक्त निरीक्षण में बड़े पैमाने पर अवैध खनन के साथ-साथ भूमि और वन क्षेत्र के अनावृष्टि की पुष्टि हुई है, जिससे अन्य पर्यावरणीय खतरे पैदा हो रहे हैं। संयुक्त निरीक्षण के दौरान, 23.26 करोड़ घन फीट से अधिक का अवैध खनन पाया गया,
जिसका अनुमानित बाजार मूल्य रु। 1250 करोड़ का पता लगाकर निर्धारण किया गया है। ईडी की जांच में यह भी पता चला कि अवैध खनन गतिविधियों का सरगना पंकज मिश्रा था जिसे ईडी ने 19.07.2022 को गिरफ्तार किया था और वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है।
तलाशी अभियान के दौरान, विभिन्न आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण, दस्तावेज़/रिकॉर्ड और रुपये की नकदी बरामद की गई। साहिबगंज के डीसी राम निवास यादव के कैंप कार्यालय से 7.25 लाख रुपये सहित 36.99 लाख रुपये. इसके अतिरिक्त, साहिबगंज के डीसी राम निवास यादव के आवासीय परिसर से 9 मिमी बोर के 19 कारतूस, .380 मिमी के 2 कारतूस और .45 पिस्तौल के 5 खाली खोखे भी बरामद
किए गए। तलाशी के दौरान 30 बेनामी बैंक खातों का भी पता चला और उन्हें फ्रीज कर दिया गया है। 03.01.2024 को की गई तलाशी झारखंड राज्य में बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खनन के खिलाफ जांच के तहत ईडी द्वारा की गई/की गई पिछली 51 तलाशी और 08 गिरफ्तारियों की निरंतरता में है। आगे की जांच जारी है

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