नई दिल्ली,3 अक्तूबर: बिहार सरकार ने जातिगत आधारित जनगणना की रिपोर्ट को जारी कर दिया है। बिहार सरकार के इस निर्णय का विपक्षी नेताओं ने समर्थन किया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जितनी आबादी, उतने हक की बात कही है।
हालांकि, पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के बयान पर असहमति जताई है।
राहुल के बयान पर अभिषेक मनु सिंघवी ने जताई असहमति: अभिषेक मनु सिंघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जातिगत आधारित जनगणना रिपोर्ट को लेकर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा था कि अवसर की समानता कभी भी परिणामों की समानता के समान नहीं होती। जितनी आबादी उतना हक का समर्थन करने वाले लोगों को पहले इसके परिणामों को पूरी तरह से समझना होगा।हालांकि, उन्होंने कुछ देर बाद अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।
सिंघवी ने बयान पर दी सफाई: बाद में जब अभिषेक मनु सिंघवी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी से हटकर अलग रुख नहीं अपनाया है। हमने इसका समर्थन किया और इसे आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अदालत के सभी आदेश में कहा गया है कि यह फैसला तथ्यों के आधार पर लिया जाना चाहिए। अगर कोई तथ्य नहीं है तो कैसे होगा? इसलिए तथ्यों के आधार पर जाति जनगणना होना आवश्यक है।
क्या बोले केसी वेणुगोपाल: वहीं, जातीय जनगणना पर कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का रुख बिल्कुल स्पष्ट है। यह कोई व्यक्तिगत स्टैंड नहीं है। इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही बयान दे चुके हैं। हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं।