प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत और इंडिया विवाद के बीच आज जी20 सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के दौरान एक बड़ा संदेश दिया।प्रधानमंत्री के सामने देश का नाम अंग्रेजी में भारत लिखा हुआ था। हर राष्ट्रध्यक्षों के सामने उनके देश का नाम लिखा होता है।हाल ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा जी-20 सम्मेलन के मद्दे नजर जो रात्रि भोज का आयोजन किया गया है उसके आमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे जाने के बाद से कई तरह के सवाल इंडिया और भारत को लेकर उठाए जा रहे हैं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर भारत को किस तरह स्थापित करने का प्रयास किया।
टेबल पर लगा भारत का टैग
इस बैठक में सभी विश्व नेताओं के टेबल पर उनके देश का नाम लिखा होता है, जिसका वह प्रतिनिधित्व करने के लिए बैठक में पहुंचे होते हैं। इस दौरान पीएम मोदी के टेबल पर ‘इंडिया’ नहीं बल्कि ‘भारत’ का टैग लगा हुई था। इसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
अटकलें हुई तेज
दरअसल, राष्ट्रपति भवन की ओर से जी 20 रात्रिभोज के निमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा था, जिसे पढ़े जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद से इन अटकलों को बल मिला कि केंद्र आधिकारिक राज्य का शीर्षक इंडिया से बदलकर भारत कर सकती है।
विपक्ष ने साधा निशाना
इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह नाम बदलने का प्रयास है, क्योंकि उनके गठबंधन के नाम में INDIA (इंडिया नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) लिखा है।
ध्यान भटकाने वाली राजनीति
शुक्रवार (8 सितंबर) को बेल्जियम के ब्रुसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नाम परिवर्तन विवाद पर बात करते हुए इसे ध्यान भटकाने वाली रणनीति करार दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने घबराकर यह प्रतिक्रिया दी है, सरकार में थोड़ा डर है और इस बात से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी परेशान है, इसलिए वह देश का नाम बदलने के लिए बेताब हैं।