जमशेदपुर : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि शहीद निर्मल महतो हमेशा राज्य के मूलवासी व आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ी है. इसलिये आज का दिन हम सबों के लिये संकल्प का दिन है. वे आज स्व. निर्मल महतो के शहादत दिवस पर कदमा उलियान स्थित समाधि में श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि झारखंड एक ऐसा राज्य है, जहां सभी जाति व धर्म के लोग एकता के साथ रहते हैं, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आते ही बंटवारा करना आरंभ कर दिया. यही नहीं, भाजपा के इशारों पर पूरे देश में जातीयता व धार्मिक आग लगा दी गई है. भाजपा का नारा है फूट डालो, सत्ता में बने रहो. इसका ताजा उदाहरण मणिपुर और हरियाणा है. मणिपुर में एक ओर आग लगी हुई है, लोग मर रहे हैं, लेकिन केन्द्र सरकार मौन साधे हुए है. ऐसी स्थिति में हमें एकता व अखंडता का भी संकल्प लेने का दिन है.
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य अलग होने के बाद से तीन वर्ष पूर्व तक अधिकतर समय तक भाजपा ही शासन में रही. इस 18-20 वर्षों तक भाजपा ने यहां के लोंगों पर जो अत्याचार किया, उसका घाव आजतक भरा नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें अपनी जेब भरने के लिये योजना बनाती थी, जबकि वर्तमान सरकार लोगों के घरों तक पहुंचकर योजना का लाभ दे रही है. दरअसल भाजपा के लिये विकास कभी मुद्दा रहा ही नहीं. आज जब सरकार विकास की योजनाएं बना रही है, तो भाजपा प्रथम दिन से ही सरकार गिराने के फिराक में है और हरबार मुंह की खानी पड़ रही है. भाजपा की यही करतूत के कारण राज्य के लोगों ने वर्ष 2019 में उन्हें करारा जवाब दिया और कोल्हान जैसे क्षेत्र से एक भी सीट भाजपा को नहीं मिली. सीएम ने कहा कि हमारा जड़ गांव है, इसे और मजबूत बनाने की जरुरत है. जब गांव के साथ-साथ यहां के मूलवासी और आदिवासी मजबूत होंगे और हर मुकाबला झेलने को खड़े रहेंगे तो न सिर्फ राज्य, बल्कि झारखंड मुक्ति मोर्चा भी मजबूत होगा. सभा में मंत्री चंपाई सोरेन, जोबा मांझी, बन्ना गुप्ता, विधायक सविता महतो, समीर महंती, मंगल कालिंदी, संजीव सरदार सहित पार्टी के कई पदाधिकारी भी मौजूद थे.