नई दिल्ली
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 19 मई 2023 को सर्कुलेशन में मौजूद 2000 रुपये के सबसे बड़े करेंसी नोट को चलन से बाहर करने का ऐलान किया गया था. इसके बाद इन्हें बदलने की सुविधा देश के तमाम बैंकों में की गई और इन नोटों की वापसी के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया. अब आरबीआई ने वापस आ चुके 2,000 रुपये के नोटों का ताजा आंकड़ा पेश करते हुए बताया है कि 31 जुलाई, 2023 तक बाजार में मौजूद 3.14 लाख करोड़ रुपये मूल्य के गुलाबी नोट वापस आ चुके हैं.
88प्रतिशत गुलाबी नोट वापस आए
आरबीआई ने वापस आए नोटों का डाटा पेश करते हुए बताया है कि 19 मई 2023 के बाद से 88 फीसदी 2,000 रुपये के नोट वापस आ चुके हैं. इनकी कुल वैल्यू 3.14 लाख करोड़ रुपये है. अब मार्केट में 0.42 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही बचे हैं. इससे पिछले जून महीने में रिजर्व बैंक ने जो डाटा पेश किया था. उसके मुताबिक, 2.72 लाख करोड़ कीमत के 2000 रुपये के नोटों की वापसी हो चुकी थी और 84,000 करोड़ रुपये के नोट लोगों के पास मौजूद थे, लेकिन एक महीने में ये आंकड़ा आधा रह गया है.
अब भी दबाए बैठे हैं 42,000 करोड़ के नोट?
अब भी 42,000 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 के नोट ऐसे हैं, जो बाजार में हैं. अगर इस अमाउंट को गड्डियों के हिसाब से देखें तो 2000 रुपये के कुल 21 लाख गड्डियां अब भी सर्कुलेशन में हैं. जाहिर है कि एक गड्डी में 100 नोट होते हैं.
गौरतलब है कि बीते 31 मार्च 2023 तक देश में लगभग 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,000 के नोट चलन में मौजूद थे. इनमें से 31 जूलाई 2023 तक कुल 3.14 लाख करोड़ रुपये के नोटों की वापसी हो चुकी है. मई महीने में जब रिजर्व बैंक की ओर से 2,000 रुपये के गुलाबी नोटों को बंद करने का ऐलान किया था, इसके बाद इन नोटों को बैंकों के जरिए बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी की गई थी. शुरुआत में बैंकों में एकदम से भीड़भाड़ का नजारा दिखता था, लेकिन अब बैंकों में इक्का-दुक्का लोग ही इस काम के लिए पहुंचते नजर आ रहे हैं.
30 सितंबर है नोट बदलने की डेडलाइन
केंद्रीय बैंक ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के ऐलान के साथ ही कहा था कि 23 मई से लेकर 30 सितंबर 2023 तक लोग अपने पास मौजूद इन नोटों को नजदीकी बैंक में जाकर जमा करा सकते हैं और इन्हें बदलवा सकते हैं. बैंकों के अलावा लोग आरबीआई के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में भी 2000 के नोटों को बदलने सुविधा दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी लोगों से अपील की थी कि निर्धारित तिथि तक अपने नोटों को बैंकों में जमा करा दें या बदलवा लें. केंद्रीय बैंक की अपील भी रंग लाती नजर आ रही है और इसका उदाहरण 88 फीसदी 2000 रुपये के नोटों का बैंकों के पास वापस आना है.
कब जारी किए गए थे 2000 के नोट
2,000 रुपये मूल्य वर्ग के बैंक नोट नवंबर 2016 में तब पेश किए गए थे, जब सरकार ने चलन में मौजूद 5,00 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने का फैसला सुनाया था. इसके बाद अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने के बाद 2,000 रुपये के बैंक नोट शुरू करने का उद्देश्य पूरा हो गया. आरबीआई ने कहा कि इसलिए, 2018-19 में 2,000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी गई. अगर आपके पास भी 2,000 रुपये का नोट है, तो फिर इन्हें बदलवाने के लिए आपके पास अभी भी मौका है, ऐसे में जल्द से जल्द इस काम को निपटा लें.