अगर भारत को समझना है तो पहले साहित्य को समझें :अर्जुन मुंडा कदमा डीबीएमएस में सहयोग व डा. वीणा रानी श्रीवास्तव न्याय का सम्मान समारोह

जमशेदपुर, 1 अगस्त (रिपोर्टर) : बहुभाषीय साहित्यिक संस्था ‘सहयोग’ और डा. वीणा रानी श्रीवास्तव न्यास पटना के संयुक्त तत्वावधान में कदमा डीबीएमएस स्कूल में सम्मान समारोह आयोजित हुआ. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विशिष्ट अतिथि उनकी पत्नी मीरा मुंडा मौजूद थीं. कृष्णा सिन्हा और शैलजा के श्लोक मंत्रोच्चार के साथ अतिथियों ने दीप जलाया और मां सरस्वती और अम्मा के चित्र पर पुष्प समर्पण किया. सुधा दीप के निर्देशन में शिव शक्ति धरा से धाम तक नृत्य नाटिका की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया. अध्यक्षीय भाषण डॉ. मुदिता चन्द्रा ने दिया.
मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि भारत को समझना है तो साहित्य को समझना चाहिए. देश में कई तरह की भाषाएं बोली जाती है, इसलिये राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वैसे कई भाषाओं को स्थान मिला है. भाषा भावों की अभिव्यक्तिहै, इसलिये राज्य में क्षेत्रीय भाषाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश होनी चाहिए. कार्यक्रम में न्यास की अध्यक्ष प्रो. किरण घई, पारिजात सौरभ, अपराजिता शुभ्रा के अलावा डॉ सुनील नंदवानी, डॉ आशा गुप्ता, डॉ निधि, श्रीप्रिया धर्मराजन, डा. वनिता सहाय, मंजू सिंह, डा कविता, डॉ सी भास्कर राव, सूर्या राव आदि उपस्थित तीं. कार्यक्रम का संचालन डॉ. कल्याणी कबीर तथा धन्यवाद ज्ञापन संस्था की सचिव विद्या तिवारी ने किया.

सुमेधा व शैलजा को मिले 11-11 हजार रु.
पटना विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ वीणा रानी श्रीवास्तव की जयंती पर संस्था द्वारा दो ग्रुप में कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इसमें दोनों ग्रुप के चयनित सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सुमेधा पाठक व शैलजा को 11 हजार रु. की नगद राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. साथ ही सहयोग संस्था के लिए समर्पित सदस्य आनंदबाला शर्मा को सहयोग निधि सम्मान दिया गया.

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