चांडिल। समय के साथ न्याय व्यवस्था लोगों के करीब पहुंच रहा है। न्यायकर्मियों को भी पीड़ितों को न्याय दिलाने और न्यायिक लाभ दिलाने के लिए काम करना चाहिए। न्यायकर्मी अधिक ज्ञान अर्जित कर सके इसलिए पुस्कालय की व्यवस्था की जा रहा है। लोगों को सुलभ रूप से न्याय मिले और लोगों को अतिरिक्त आर्थिक क्षति ना हो, किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसका प्रयास किया जा रहा है। न्यायाधीश रत्नाकर भेंगरा रविवार को चांडिल अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के सफलता पूर्वक एक वर्ष पूरा करने पर खुशी जताते हुए लोगों को सुलभ न्याय दिलाने की अपील की। उन्होंने व्यवहार न्यायालय के एक वर्ष पूरा होने पर केक भी काटा।
पुस्तकालय में मिलता है अधिक ज्ञान : डीसी
मौके पर जिला के उपायुक्त अरवा राजकमल ने अपने संबोधन में कहा कि वे भी चाहते हैं कि चांडिल अनुमंडल में डीसी कोर्ट लगे। अधिवक्ता जब से चांडिल में कोर्ट शुरू करना चाहेंगे तब से वे चांडिल पहुंचकर मामलों का निष्पादन करने के लिए तैयार हैं। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यालय के कक्षा से अधिक ज्ञान पुस्तकाल में मिलता है। विद्यालय जाना किसी की मजबूरी हो सकता है, लेकिन पुस्तकाल वे लोग ही जाते है जिन्हें कुछ नया सीखने की ईच्छा रहती है। कार्यक्रम को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश विजय कुमार, एडीजे सचिंद्र नाथ सिन्हा, आरक्षी अधीक्षक आनंद प्रकाश, झारखंड प्रदेश बार काउंसील के चेयरमैन राजेंद्र कृष्णा, वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ला, सरायकेला जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात महतो, चांडिल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बद्री प्रसाद साहू आदि ने भी संबोधित किया।
पुस्तकालय का उद्घाटन
चांडिल अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य पर रविवार को चांडिल बार एसोसिएशन में पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया। झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रत्नाकर भेंगरा ने फीता काटकर पुस्तकालय का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अधिक ज्ञान अर्जित करने के लिए पुस्तकालय का होना आवश्यक है। उन्होंने एसोसिएशन को पुस्तकालय के विकास के लिए काम करने का आग्रह किया। इसके बाद सभी अतिथियों ने न्यायालय परिसर में पौधारोपण किया। इस दौरान कोर्ट परिसर में फलदार पौधे लगाए गए। कार्यक्रम में एसीजेएम रवि प्रकाश तिवारी, एसडीजेएम अमित आकाश सिन्हा, एसडीएम रंजीत लोहरा, सरायकेला के सीजेएम मंजू कुमारी, देवाशीष ज्योतिषी, अनिल प्रसाद साहू, महेंद्र महतो, देवाशीष कुंडू, संजय साह, डा पीसी महतो, शिवेश्वर महतो समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता व न्यायकर्मी मौजूद थे।