चाकुलिया/बहड़ागोड़ा-22 मई (संवाददाता)- इन दिनों जंगली हाथियों का झुण्ड झारखण्ड,पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा से सटे जंगल महल में विचरण आम हो गयी है। आज से लगभग एक माह से दो सौ से
अधिक हाथियों का अलग-अलग झुण्ड देखें जा रहे हैं। इस बीच आज सुबह एक अजीबोगरीब दृश्य देखने को मिला। चाकुलिया वन क्षेत्र के बहरागोड़ा थाना अन्तर्गत कोसाफलिया गांव के पास जंगल आज सुबह लगभग तीस हाथियों का झुण्ड में पहुंचा था। इसमें एक नर हाथी भी था। दूसरी ओर एक सिंगल नर हाथी वहां आ पहुंचा। इतने में ही झुण्ड के बीच से एक नर हाथी जंगल किनारे मैदान में आते ही आपस में दो नर जंगली हाथी के बीच जंग छिड़ गया । जंग के दौरान झुण्ड के अन्य हाथियों की चिंघाड़ सुन कर आसपास के ग्रामीणों का भीड़ जुटे गये। इस दौरान कोई हाथियों का फोटो कर रहे थे तो कोई वीडियो बना रहे थें। खबर पाकर वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुंची और ग्रामीणों को समझने-बुझाने का प्रयास कर रहे थें कि बगल में हाथियों का झुण्ड है कोई हाथियों की जंग पास न जाय। वन विभाग की टीम की बात कोई सुनने को तैयार नहीं था। इस बीच हाथियों के झुण्ड ने ग्रामीणों की ओर रुख कर गया और हमला कर दिया। इससे भगदड़ मच गयी। हाथियों के झुण्ड ने दो व्यक्ति को पटक कर मार डाला है।
बताया जाता है कि धोलाबेड़ा गांव निवासी मंगल मुर्मू (50) बुरी तरह से पटक कर मार डाला है। उसके शरीर पर हाथी ने दांत घुसा दिया है। वहीं हरिनिया गांव निवासी ने हाथियों का लडाई देखने गया,उसपर भी हाथी का हमला कर दिया। इससे बुरी तरह घायल हो गया था। ओडिशा के बारीपदा में उसका इलाज होरहा है।। इस दौरान वन विभाग के कर्मियों पर भी हाथियों ने हमला कर दिया। जिससे वन विभाग के वन क्षतिग्रस्त हो गया है। इस सम्बन्ध में चाकुलिया के रेंजर दिग्विजय सिंह ने हाथियों के हमले से हुए मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त कहा कि हाथियों की लड़ाई देखने पहुंचे ग्रामीणों को हाथियों के पास नहीं जाने एवं परेशान नहीं करने के लिए समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया । कोई समझनेे को तैयार नहीं थें। इसमें हम क्या कर सकते हम भी तो आदमी है। उन्होंने कहा कि हाथियों से छेड़छाड़ नहीं या उसके पास नहीं जाने के लिए जागरूकता भी फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हाथियों के पीछे-पीछे न जाय। वन विभाग हमेशा जानमाल की रक्षा के लिए तत्पर हैं.