जमशेदपुर, 25 अप्रैल (रिपोर्टर) : कदमा शास्त्रीनगर हिंसा मामले में निदोर्षों की रिहाई की मांग पर होनेवाले आंदोलन की रुपरेखा तय करने के लिये सवर्नजन हिन्दू समिति की बैठक आज बिष्टुपुर तुलसी भवन में हुई, जिसमें आगामी 29 अप्रैल को मशाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया गया. इसके बाद बैठक कर कोल्हान बंद के बावत चर्चा करने पर सहमति बनी. बैठक शुरु होते ही भाजपा के एक गुट के विरोध के कारण इसमें थोड़ी देर के लिये खलल पड़ी, लेकिन अधिकतर भाजपाइयों के बैठक में जमे रहने के कारण उक्त निर्णय पारित हुए. मंच पर समिति के संयोजक डा. दिनेशानंद गोस्वामी, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, सुबोध श्रीवास्तव, ब्रह्मदेव नारायण शर्मा, रवि प्रकाश सिंह आदि मौजूद थे.
मंच संचालन करते हुए डा. गोस्वामी ने जानकारी दी कि 29 अप्रैल को साकची जैन भवन के सामने से मशाल जुलूस निकाला जाएगा, जो शहीद चौक, साकची बड़ा गोलचक्कर होते हुए पुराना कोर्ट के समीप स्थित बाबा साहब बीआर अंबेडकर चौक तक जाकर संपन्न होगा. तत्पश्चात 30 को पुन: सर्वजन समिति के 11 सदस्यों की बैठक होगी, जिसमें कोल्हान बंद के संबंध में चर्चा होगी. बैठक में विनोद सिंह, अमित शर्मा, मंजू सिंह, कविता परमार, चंद्रशेखर मिश्रा, अनिल सिंह, कमल किशोर, हरेन्द्र पांडे, संजीव श्रीवास्तव, राजहंस तिवारी, रीता मिश्रा, ज्योति अधिकारी, सतीश श्रीवास्तव, कमल किशोर, रंजन सिंह, भूषण दीक्षित, रिंकू सबलोक, मधुलिका मेहता, उषा सिंह, राजपति देवी, राजेश सिंह बम, पवन सिंह, कमलेश सिंह, जुगनू वर्मा, मनोज सिंह, अजय श्रीवास्तव,अमिताभ सेनापति नागेंद्र पांडे, अभिमन्यु सिंह आदि मौजूद थे.
बैठक में भाजपा के अनुसार कार्यक्रम तय नहीं का आरोप लगाते हुए महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव, पवन अग्रवाल, संजीव सिंह, अमित अग्रवाल सहित कई समर्थक व मंडल अध्यक्षों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल गये. थोड़ी देर के लिये कार्यक्रम में अफरा तफरी मच गई. किसी को कुछ समझ नहीं आया कि माजरा क्या है. बताया जाता है कि पूर्व से गठित 11 सदस्यीय कमिटी के स्थान पर 15 लोगों की सूची तैयार की गई, जिसे समिति ने मानने से इंकार कर दिया. बताया गया कि यह मंच सर्वजन हिन्दू समिति की है, जिससे नेताओं को महिमामंडित नहीं करने दिया जाएगा. इसके बाद ही महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव बिदक गये और अपने कुछ समर्थकों के साथ बाहर निकल गये. बाद में पूछने पर दूरभाष पर बताया कि किसी बात को लेकर आघात पहुंचा है, जिस बावत शीर्ष नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है.