Dhanbad,11 March: कोयलांचल के चर्चित घरानों का विवाद शनिवार को फिर से सतह पर आ गया। कई सनसनीखेज आरोप भी लगे और सवाल भी दागे गए। इसके साथ ही दो गोतनियों की सीधी लड़ाई में एक तीसरा मोहरा हर्ष सिंह भी लपेटे में आ गए। सिंह मेंशन की बहू व भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने आज शनिवार को अपने आवास में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनसनीखेज बातें कही। उन्होंने अखबार में छपी एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि एक योजना के तहत नीरज सिंह की हत्या कराई गई। हत्या कराने वाले ने एक तीर से दो निशाना साधा। एक भाई को दुनिया से दूर कर दिया और दूसरे को जेल में डलवा दिया। ऐसा करने वाला कोई और नहीं बल्कि झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह का देवर हर्ष सिंह ही है। उन्होंने कभी बिना नाम लिए हर्ष की ओर इशारा किया तो कभी सीधे-सीधे हर्ष सिंह का नाम लिया।झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को भी रागिनी सिंह ने कठघरे में खड़ा किया। कहा कि जिस अजय रवानी का सीधा संबंध कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान और अमन सिंह से है, उसको झरिया विधायक ने अपनी गाड़ी का चालक रखा। सवाल दागा कि विधायक पूर्णिमा सिंह के साथ वह चालक किन-किन महत्वपूर्ण जगहों पर गया होगा, किन-किन कार्यालयों में गया होगा, किन-किन अधिकारियों के पास गया होगा, उनकी रेकी की होगी। पुलिस प्रशासन के लिए भी यह बड़ा खुलासा है। अजय रवानी सब जगह की सूचना प्रिंस और अमन तक पहुंचाता होगा। रागिनी सिंह ने कहा कि उन लोगों को भी आश्चर्य होता था कि आखिर सब का नंबर, घर का पता, ठिकानों की जानकारी प्रिंस एवं अमन सिंह को कैसे लग जाती है। लेकिन अजय रवानी के करतूतों का खुलासा होने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो गया है। वैसे कुल मिलाकर रागिनी सिंह ने आज झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को घेरा। हर्ष सिंह भी रडार पर रहा। मालूम हो कि 2017 में नीरज सिंह की अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी।घटना में अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और घोलटू भी मारा गया था। उस मामले में रागिनी सिंह के पति व झरिया के पूर्व विधायक एवं नीरज सिंह के चचेरे भाई संजीव सिंह धनबाद जेल में बंद है। रागिनी सिंह ने सवाल दागा कि लगातार वे लोग नीरज सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन रघुकुल वाले इससे पीछे हट जा रहे है। रागिनी सिंह शनिवार को बेहद मुखर और तल्ख दिखी।उन्होंने बारी बारी से कोयलांचल में अपराध की घटनाओं को भी अजय रवानी से जोड़ा। बहरहाल विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के साथ-साथ हर्ष सिंह भी रागिनी सिंह के निशाने पर रहे।