चांडिल । ऐसा लगता है कि गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस एयर झामुमो के अंदरखाने की गुटबाजी अब बाहर भी देखने को मिल रही हैं। कभी एक मुद्दे पर अलग अलग कार्यक्रम को लेकर चर्चा रहती हैं तो कभी शिलापट्ट पर कांग्रेस सांसद व मंत्री का नाम नहीं होता है। हाल ही में आदित्यपुर में एक शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसियों ने उस वक्त हंगामा कर दिया था, जब शिलापट्ट में कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा का नाम नहीं था। कांग्रेसियों के विरोध के बाद शिलान्यास कार्यक्रम को आनन फानन में टाल दिया गया था।
अब ईचागढ में स्वास्थ्य विभाग के लिए बन रहे भवन के शिलापट्ट से सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का नाम गायब हैं। जिले के ईचागढ प्रखंड के गौरांगकोचा में प्रखंड कार्यालय के ठीक पीछे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। भवन निर्माण विभाग द्वारा नौ करोड़ 65 लाख दो हजार 574 रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा चिकित्सक व स्टाफ आवास का निर्माण कार्य चल रहा हैं।
उक्त निर्माण कार्य का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन शिलान्यास किया था। बाद में लाव लश्कर के साथ ईचागढ विधायक सविता महतो ने फिर से शिलान्यास किया है, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया है। शिलान्यास के दौरान जो शिलापट्ट लगाई गई है, उसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, जिले के मंत्री चंपई सोरेन, रांची सांसद संजय सेठ, विधायक सविता महतो, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा का नाम अंकित है। लेकिन, शिलापट्ट में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का कहीं भी नाम अंकित नहीं है। इसके पीछे क्या वजह है, यह तो सरकार और विभागीय अधिकारी ही बता सकते हैं। इस बात से स्पष्ट है कि भले ही विभाग नियमों का हवाला देकर कांग्रेसी नेताओं और मंत्री बन्ना गुप्ता के समर्थकों को समझा बुझाकर शांत करवा सकते हैं लेकिन कहीं न कहीं अंतर्कलह की चिंगारी भी सुलग रही हैं।
इधर, कुछ कांग्रेसियों से इस संबंध में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो वे इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। वहीं, झामुमो के नेतागण भी टीका टिप्पणी से बच रहे हैं.