पलामू में महाशिवरात्रि के तोरण द्वार को लेकर सांप्रदायिक हिंसा ,पत्थरबाजी, घर-मकान-दुकान फूंके गए

धारा 144 लगाई, इंटरनेट बंद
पलामू

पलामू के पांकी बाजार में महाशिवरात्रि को लेकर लगे एक तोरण द्वार को लेकर विवाद हो गया। इस तोरण द्वार को लेकर 2 पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई। मस्जिद से पत्थर फेंके गए, जिसके बाद दूसरे पक्ष ने मस्जिद पर पत्थर चलाए। कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई। इस पत्थरबाजी में पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है। दोनों समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई और मारपीट हुई। एक मकान, दो बाइक और दो दुकान आग के हवाले कर दिए गए। एक घंटे से ज्यादा समय तक शहर का मस्जिद चौक इलाका युद्ध का मैदान बना रहा। डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए। कई पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है, जिसमें क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार टुडू भी शामिल हैं। इलाके में रूक-रूक कर पत्थरबाजी जारी है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ आइजी से लेकर डीसी-एसपी तक कैंप कर रहे हैं।
पांकी के राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर में हर साल धूमधाम से महाशिवरात्रि मनाया जाता है। इस साल 18 फरवरी को महाशिवरात्रि है। मंदिर कमेटी तैयारी में लगी है। इसी के मद्देनजर मंगलवार की शाम मस्जिद चौक पर तोरणद्वार बनाने के लिए बांस-बल्ली और कपड़ा लेकर मजदूर पहुंचे। एक समुदाय के लोगों ने उन्‍हें रोक दिया। उनका कहना था कि यहां पर एक धार्मिक स्थल है इसलिए तोरणद्वार बनाने नहीं दी जाएगी। इसे लेकर विवाद हुआ।
पांकी में धारा 144 लगा दी गई है। पलामू के पांकी बाजार इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। झारखंड सरकार के गृह विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया कि 16 फरवरी के शाम चार बजे तक इंटरनेट सेवा को बंद रखे।

बाजार की सड़कों पर बिखरे हैं पत्थर
पांकी बाजार पूरी तरह बंद है। सड़क पर पत्थर बिखरे पड़े हैं, एक पक्ष के लोगों का कहना है कि तोरण द्वार लगाने के बाद दूसरे पक्ष ने उसे जबरन कबाड़ कर फेंक दिया गया। इसका विरोध किया गया तो पत्थरबाजी शुरू हो गई।

मस्जिद से पत्थर चलाए गए। पत्थरबाजी कितनी भयावह थी इसका अंदाजा सड़क पर पड़े पत्थरों से लगाया जा सकता है। दोनों तरफ से जोरदार पत्थर बाजी हुई। बताया जा रहा है कि पेट्रोल बम से भी हमला किया गया। मस्जिद के बाहर की दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। हालांकि पेट्रोल बम की पुष्टि पुलिस ने नहीं की है।
डीसी और एसपी कर रहे हैं इलाके में कैंप
एसपी चंदन कुमार सिन्हा और उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे तुरंत मौके पर पहुंचे और हालात पर नियंत्रण पाने की कोशिश की। तीन से चार थानों की पुलिस मौके पर तैनात की गई है। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। एसपी का कहना है कि महाशिवरात्रि को लेकर तोरण द्वार बनाया जा रहा था। उसी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इस वक्त मामला शांत करा दिया गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है।

दोनों पक्षों से बातचीत हो रही है
इस पूरे विवाद के बाद बुधवार को इलाके में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई। पुलिस पूरे इलाके पर नजर रख रही है और मामले को शांत कराया गया है। दूसरी तरफ तोरण द्वार को लेकर अब भी तनाव है। प्रशासन दोनों पक्षों से बात कर मामला सुलझाने की कोशिश कर रहा है।

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