रांची : 6 नवंबर झारखंड के कई जिलों में 9 और 10 नवंबर को बारिश होने की संभावना व्यक्त की गयी है. 9 नवंबर को दक्षिणी जिलों में एक-दो जगहों पर हल्की बारिश होगी, तो 10 नवंबर को दक्षिणी-पूर्वी तथा उत्तरी-पूर्वी जिलों में एक-दो जगहों पर हल्के दर्जे की बारिश होगी. प्रदेश के शेष भागों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान जताया गया है. जिन जिलों में बारिश हो सकती है, उनमें पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहेबगंज शामिल हैं. यह जानकारी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने दी है.
दूसरी तरफ, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना विक्षोभ बुधवार को गहरे विक्षोभ में बदल गया. जल्द ही इसके चक्रवात में तब्दील होने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. विक्षोभ के चक्रवात में तब्दील होने से ओड़िशा में भारी बारिश का पूर्वानुमान है. ओड़िशा सरकार ने राज्य के 30 में से 15 जिलों को संभावित बाढ़ की आशंका और जलजमाव को देखते हुए सचेत रहने का निर्देश दिया है.
मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व के पास और पूर्वी-मध्य क्षेत्र में गहरा विक्षोभ स्थित है, जो ओड़िशा में पारादीप के 810 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व और पश्चिम बंगाल में सागर द्वीप के 920 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में है. करीब छह महीने पहले तीन मई को आये इसी तरह के चक्रवाती तूफान ‘फोनीÓ से तटीय ओड़िशा में भारी तबाही मची थी, जिसमें करीब 64 लोगों की मौत हो गयी थी. चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी होने से 15 दिन पहले ओड़िशा में निम्न दबाव क्षेत्र बनने से हुई बारिश के कारण छह लोगों की मौत हो गयी थी.
पश्चिम बंगाल में भी 10 नवंबर और 11 नवंबर को तटीय जिलों में अधिकतर जगहों पर मध्यम बारिश और छिटपुट जगहों पर तेज बारिश हो सकती है. इसके अनुसार, आठ नवंबर की शाम से ओड़िशा-पश्चिम बंगाल में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर तटों पर इसके मौजूद रहने के कारण इसके प्रभाव से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. धीरे-धीरे यह रफ्तार तेज हो सकती है.