शहर में प्रथम बार आयोजन हुआ डहरे टुसू परब
बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच की पहल
जमशेदपुर, 8 जनवरी (रिपोर्टर) : बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच के बैनर तले आज ‘डहरे टुसू परब’ (सडक़ पर टुसू पर्व) का भव्य आयोजन हुआ, जिसकी शुरुआत मानगो डिमना चौक से होकर एक जुलूस के शक्त में साकची आमबगान मैदान पहुंचकर समापन हुआ. इस टुसू परब में झारखंड सहित पश्चिम बंगाल, उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ के लाखों मूल झारखंडी शामिल हुए. इसमें कुड़मी जनजाति की भागीदारी 95 प्रतिशत थी. वैसे तो इसमें किसी भी व्यक्ति को अतिथि के तौर पर आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन इसमें कई जानेमाने राजनेता, समाज के दिग्गज महिला पुरुष आदि शामिल हुए. लोगों का जज्बा ऐसी थी कि वह देखते ही बन रही थी. काफी अनुशासित ढंग से लोग ढोल-मांदर की थाप पर अपने माथे पर टुसू की प्रतिमा, चौड़ल आदि लिये चल रहे थे. चूंकि लोगों की भागीदारी काफी अधिक थी तथा शहर में पहली बार आयोजित होने के कारण लोगों के बीच यह कौतूहल का भी विषय था, इसलिये पुरुष, महिला, बच्चे अपने अपने घरों से बाहर निकलकर सडक़ पर टुसू मनाने निकले थे. देर शाम तक लोग सडक़ पर डटे रहे. इसकारण मानगो पुल सहित कई चौक-चौराहा घंटों जाम रहा. मानगो पुल की स्थिति तो यह थी कि देर शाम को वाहनों की लंबी कतार लगी रही. टुसू परब में सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो, 1932 खतियान को लेकर कुड़मियों में जोश जगाने निकले जयराम महतो, सांसद विद्युत वरण महतो की पत्नी उषा महतो, सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, भाजपा नेता प्रशांत कुमार पोद्दार, कुड़मी सेना के संस्थापक शैलेन्द्र महतो, आदिवासी कुड़मी संगठन तथा टीएमसी के नेता प्रणव महतो सहित सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया.
बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच के बैनर तले टुसु परब के साथ अन्य पर्वों का आयोजन करने का उद्देश्य यह भी है कि यह संदेश सरकार तक पहुंचे की तमाम झारखंडी परब झारखंड राज्य के साथ साथ बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों यानी पूरे छोटानागपुर पठार में मनाया जाता है. डहरे टुसु परब को सफल बनाने में आयोजन समिति के दिलीप कुमार महतो, जयराम महतो, फनी महतो, चन्दन महतो, प्रकाश महतो, प्रहलाद महतो, राहुल मंडल, अंकेश, नरेश महतो, शरत महतो, कामेश्वर महतो, कमल महतो, मुकेश मंडल, नारायण महतो, दीपक रंजीत, लखु तंतुबाई, बादल धोरा, सागर पाल, अजित तिर्की, कृष्णा लोहार आदि सक्रिय रहे.